यूक्रेन और रूस में तनाव पर ट्रंप का मानना है कि उनके प्रशासन में ऐसे हालात नहीं बनते. ट्रंप ने यूक्रेन की ऑपरेशन फोर्स को ट्रेनिंग और सुविधाओं के लिए 1.5 मिलियन डॉलर की सहायता दी थी.रूस और यूक्रेन के बीच तनाव काफी बढ़ चुके हैं हालात ये हैं कि कभी भी युद्ध का ऐलान हो सकता है. यूक्रेन को मदद करने के लिए अमेरिका पूरी तैयारी में हैं. इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन-रूस तनाव के मुद्दे पर सियासत करते नजर आ रहे हैं. यूक्रेन और रूस के बीच तनाव को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर वो राष्ट्रपति होते तो ऐसे हालात कभी नहीं बनते. उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन में इस तरह के हालात बनने की कोई संभावना नहीं रहती.
यूक्रेन और रूस में तनाव को लेकर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधा है. ट्रंप का मानना है कि अगर उनका प्रशासन होता तो ऐसे हालात कभी बनने की संभावना नहीं थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप के शासन के दौरान यूक्रेन की मदद के लिए कई कदम उठाए गए थे. उन्होंने 2021 के बजट में भी यूक्रेन को सैन्य मदद देने के लिए अमेरिकी कांग्रेस से 317 मिलियन डॉलर मांगे थे. बाद में यूक्रेन की स्पेशल ऑपरेशन फोर्स की बेहतर ट्रेनिंग और सुविधाओं के लिए 1.5 मिलियन डॉलर की सहायता दी गई थी. 2019 में यूएस कांग्रेस में ट्रम्प पर महाभियोग चलाने के लिए वोटिंग की गई थी. इस दौरान ट्रंप पर पॉवर के दुरूपयोग का आरोप लगा था. हालांक उस वक्त सीनेट ने डोनाल्ड ट्रम्प को आरोपों से मुक्त कर दिया था. अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भी साल 2020 के जुलाई महीने में अमेरिकी सीनेट में बताया था कि डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने यूक्रेन की सैन्य मदद बढ़ाने का समर्थन किया था. फिलहाल यूक्रेन और रूस के बीच तनाव चरम पर है. वही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन को हर संभव मदद के लिए तैयार हैं. वही नाटो को मजबूती के लिए सैकड़ों अमेरिकी सैनिक अलर्ट पर हैं.