नई दिल्ली : चीन ने शुक्रवार को अपने नए रक्षा मंत्री का ऐलान कर दिया। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी नौसेना के पूर्व प्रमुख रहे डोंग जुन को यह जिम्मेदारी दी है। वह ली शांगफू की जगह लेंगे जो अगस्त से लापता हैं जिसके बाद बिना कोई स्पष्टीकरण दिए उन्हें इस पद से हटाने का फैसला लिया गया था। नए रक्षा मंत्री की नियुक्ति का फैसला ऐसे समय में आया है जब जिनपिंग चीन को एक प्रमुख वर्ल्ड पावर बनाने के लिए अपनी मिलिट्री को लगातार अपग्रेड कर रहे हैं।
बता दें कि जिनपिंग के इस लक्ष्य ने अमेरिका समेत कई पड़ोसी देशों को चिंता में डाल दिया है। चीन अपनी सैन्य क्षमताओं का लगातार आधुनिकीकरण कर रहा है। 62 साल के डोन जुंग चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) में नौसेना के प्रमुख थे। वह पीएलए की लगभग सभी प्रमुख डिविजंस में सेवाएं दे चुके हैं जिनमें नॉर्दर्न सी फ्लीट, ईस्टर्न सी फ्लीट और साउथर्न कमांड थिएटर भी शामिल हैं।
वह साल 2021 में जनरल बने थे। इससे पहले वह ईस्ट सी फ्लीट के वाइस कमांडर थे जो ईस्टर्न थिएटर कमांड का सबसे मजबूत हिस्सा माना जाता है। ताईवान को लेकर लड़ने वाली यह मुख्य फोर्स है। इसके अलावा वह साउथर्न थिएटर कमांड के वाइस कमांडर के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं। यह कमांड विवादित साउथ चाइना सी में एक्टिव है जिसके अधिकांश हिस्से पर चीन अपना दावा करता है।
रक्षा मंत्री की भूमिका में डोंग की एक बड़ी जिम्मेदारी अमेरिकी मिलिट्री के साथ इंगेजमेंट की होगी ताकि ताईवान और साउथ चाइना सी को लेकर संघर्ष का जोखिम कम हो सके। डोंग को इन दोनों बिंदुओं का अच्छा अनुभव है। बता दें कि चीन का रक्षा मंत्री पीएलए की मीडिया और अन्य सेनाओं के साथ बातचीत का सार्वजनिक चेहरा होता है। लेकिन अन्य देशों से उलट यहां रक्षा मंत्रालय का डिफेंस पॉलिसीज या सैन्य गतिविधियों में कुछ खास दखल नहीं होता है।
चीन ने इस साल अक्टूबर में ली शांगफू को रक्षा मंत्री और स्टेट काउंसिलर के पद से बिना को स्पष्टीकरण दिए हटाने का फैसला लिया था। शांगफू ने मार्च में रक्षा मंत्री का पद संभाला था लेकिन 25 अगस्त को वह लापता हो गए थे। वहीं, जुलाई में विदेश मंत्री किन यांग को भी बिना किसी स्पष्टीकरण के पद से हटा दिया गया था और वांग यी को यह पद दिया गया था।