असम में नहीं थम रहा नशे का कारोबार, त्रिपुरा बार्डर से 33,000 बोतल खांसी की दवाई जब्त, कीमत जान हैरान हो जाएंगे आप
गुवाहाटी: असम (Assam) में नशे का कारोबार लाख कोशिशों के बाद भी नहीं रुक रहा है। आये दिन पुलिस तस्करों (smugglers) को पकड़ रहे हैं इसके बाद भी इसपर अंकुश नहीं लग पा रहा है। एक बार फिर असम पुलिस ने त्रिपुरा सीमा के साथ करीमगंज जिले में एक ट्रक से लगभग 2 करोड़ रुपये मूल्य की 33,000 बोतल खांसी की दवाई (cough syrup) जब्त की है। इस मामले में तीन लोगों को पकड़ा गया है। उनके पूछताछ चल रही है।
असम सरकार ने राज्य में इसको बंद करने के लिए कड़े फैसले ले रही है। असम पुलिस लगातार कार्रवाई भी कर रही है। इसके बाद भी यहां फैले नशे के कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। फ़िलहाल पुलिस ने पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस जांच कर मुख्य आरोपी तक पहुंचे की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर असम सरकार ने प्रत्येक गरीब परिवार को पांच लाख रुपये प्रतिवर्ष तक का कैशलेस चिकित्सा उपचार मुहैया कराने वाली स्वास्थ्य देखभाल योजना आरंभ की है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस योजना का मकसद सुगम तथा किफायती स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को बढ़ावा देना है और इसके दायरे में शुरुआत में करीब 26 लाख परिवार आएंगे।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा (Himanta Vishwa Sharma) ने बुधवार को अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर ‘आयुष्मान असम- मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना’ शुरू की। बयान में कहा गया है कि इस योजना के लाभार्थी वे लोग होंगे जिनके नाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) की सूची में शामिल हैं। इस मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समाज के अंतिम व्यक्ति का उत्थान और विकास सुनिश्चित करने के लिए ‘अंत्योदय’ का अथक प्रयास ‘मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना’ के पीछे की प्रेरक शक्ति है।