नई दिल्ली. जहां इस समय राजधानी दिल्ली (Delhi) में बारिश और बाढ़ (Rain-Flood) से लोग हलकान हैं। वहीं देश के पहाड़ी इलाकों के अलावा पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी लगातार बारिश हो रही है। इससे प्रधान रूप से यमुना की सहायक नदियों केन, बेतवा और चंबल में भी उफान आने की आशंका है।
अगर ऐसा हुआ तो निचले स्तरों में भ्य्नाक्र दिक्कतें पैदा हो जाएंगी। बढ़ते जलस्तर से गंगा यमुना में दबाव बढ़ गया है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष की और से देर शाम जारी बुलेटिन के मुताबिक, फिलहाल गंगा और यमुना में एक-एस सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार वृद्धि हो रही है।
गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली में 4 दिन से यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर है। शुक्रवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 208।40 मीटर पहुंच गया है। यह खतरे के निशान 205 मीटर से 3.4 मीटर ज्यादा है। ओल्ड रेलवे ब्रिज (ओआरबी) पर यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। सुबह 9 बजे के आसपास 208.40 मीटर दर्ज किया गया इस लगातार बारिश और हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के चलते यमुना नदी के जल स्तर में वृद्धि हुई है।
वहीं अगर हिमाचल की बात करें तो यहां दोबारा से बारिश के आसार बन रहे हैं। अगर यह बारिश सामान्य रही तो सब काबू में रहेगा। लेकिन अगर बारिश एक बार फिर बे-काबू हुई तो हालात हिमाचल के साथ-साथ एक बार फिर पंजाब में भी खराब होने का अनुमान हैं।मौसम विभाग ने अब पंजाब के पांच जिलों में बारिश का अलर्ट दे दिया है। फिरोजपुर, मोगा, मानसा, बरनाला और संगरूर में अगले तीन घंटों में तेज बारिश का अलर्ट है।