लखनऊ : सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी के गन्ना विकास और चीनी उद्योग विभाग ने राज्य के किसानों को बड़ी राहत दी है। अब किसान अपना गन्ना चीनी मिलों को 15 जून तक दे सकेंगे। विभाग ने जिन इलाकों में पेराई के लिए गन्ना बाकी है वहां स्थित मिलों को 15 जून तक चलाने का फैसला किया है। यह जानकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी ने दी है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश की 23 चीनी मिलें अभी चल रही हैं इनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा लखनऊ मण्डल के कई जिलों की सहकारी और निजी चीनी मिलें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश की चीनी मिलों में कुल 105 लाख मीट्रिक टन चीनी बन चुकी है। इसमें अगर गन्ने के जूस, बी.हैवी शीरे से एथानॉल न बनता तो फिर चीनी का उत्पादन 145 लाख मी.टन तक जाता।बताते चलें कि पिछले साल नवम्बर की शुरुआत में प्रदेश में चीनी मिलों में पेराई शुरू हुई थी। एक अनुमान के अनुसार प्रदेश में अभी भी करीब पांच से सात लाख टन गन्ना पेराई के लिए अवशेष है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गेहूं खरीद की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 5 हजार 568 गेहूं क्रय केंद्रों के माध्यम से 46 हजार 425 किसानों से अब तक 1.97 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई इस खरीद के माध्यम से लगभग 375.46 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। हाल ही में खाद्य एवं रसद विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक में सीएम ने किसानों के पंजीकरण एवं सत्यापन में प्रगति लाने के दिशा-निर्देश भी दिए।