देहरादून । उत्तराखंड विधानसभा में हुई भíतयों के मामले में जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बेहद सख्त हैं, वही भाजपा हाईकमान भी गंभीर होता दिख रहा है। पार्टी इस मुद्दे पर चर्चा करने के बाद कोई निर्णय ले सकती है। भाजपा के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम ने दिल्ली में इस मुद्दे पर मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा में हुई भर्तियां पार्टी के संज्ञान में है। जो भी गलतियां हुई होंगी, उन्हें सुधारा जाएगा व गुनहगार को भी देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी इस विषय पर चर्चा के बाद कोई फैसला ले सकती है।
साथ ही कांग्रेस की सीबीआई जांच की मांग पर गौतम ने कहा कि ऐसी भर्तियां पूर्व सीएम हरीश रावत के कार्यकाल और उससे पहले भी होती रही हैं। कहीं न कहीं सार्वजनिक जीवन में लोग हमारे करीब आते हैं पर हमने सुचिता का संकल्प लिया है तो पार्टी गलतियों को सुधारेगी। गौतम ने कहा कि विधानसभा में कर्मचारियों को अस्थायी तौर पर रखा और हटाया भी जाता है।
उधर, सूत्रों ने बताया कि बैकडोर ‘भर्तियों से हुई किरकिरी के बाद पार्टी हाईकमान भी नाराज है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल दो सितंबर को दिल्ली में होने वाली मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में जाएंगे। माना जा रहा है कि तभी पार्टी हाईकमान उनसे इस बाबत रिपोर्ट मांग सकता है। उधर, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार को उन्हें विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेना है। इसके बाद वो बैठक में शामिल होने दिल्ली रवाना होंगे। उत्तराखंड प्रभारी गौतम ने कहा कि पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सख्त कदम उठाया है। मैं मुख्यमंत्री धामी का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने पारदर्शिता का संकल्प लिया और एसटीएफ को इसकी जांच सौंपी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। भाजपा ने पारदर्शिता और ईमानदारी का संकल्प लिया है। और इस पर लगातार आगे बढ़ रहे हैं। इस परीक्षा के एक-एक दोषी को जेल भेजा जाएगा।