नई दिल्ली: जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के अगले चीफ जस्टिस हो सकते हैं. सीजेआई उदय उमेश ललित आज यानी मंगलवार सुबह 10.15 बजे अपने उत्तराधिकारी के नाम का पत्र सरकार को भेजेंगे. माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस यूयू ललित 50वें सीजेआई के तौर पर जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का नाम केंद्र को भेजेंगे. बता दें कि बीते दिनों विधि एवं न्याय मंत्रालय ने चीफ जस्टिस उदय उमेश ललित को पत्र लिखकर उनसे नए सीजेआई के नाम की सिफारिश करते हुए नियुक्ति से संबंधित ज्ञापन प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया था.
सीजेआई उदय उमेश ललित आठ नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं और उनका कार्यकाल 74 दिन का ही है. क्योंकि जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ सीजीआई ललित के बाद सबसे सीनियर जज हैं, इसलिए इस पद के प्रमुख दावेदार हैं. दरअसल, 27 अगस्त को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राष्ट्रपति भवन में भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेने वाले चीफ जस्टिस ललित के रिटायरमेंट में अब केवल एक महीने का समय बचा है. उन्होंने पूर्व सीजेआई एनवी रमना का स्थान लिया था, जो 26 अगस्त, 2022 को रिटायर हुए थे.
विधि एवं न्याय मंत्रालय ने ट्वीट किया था, ‘भारत के प्रधान न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति से संबंधित ज्ञापन प्रक्रिया (एमओपी) के तहत आज माननीय विधि एवं न्याय मंत्री ने माननीय प्रधान न्यायाधीश को एक पत्र भेजकर उनसे अपने उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए सिफरिशें भेजने को कहा है.’दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया से संबंधित ज्ञापन प्रक्रिया (एमओपी) के तहत निवर्तमान प्रधान न्यायाधीश कानून मंत्रालय से पत्र पाने के बाद अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश की प्रक्रिया शुरू करते हैं.
प्रधान न्यायाधीश अपने उत्तराधिकारी के रूप में वरिष्ठतम न्यायाधीश को नामित करते हैं. इस परंपरा के मुताबिक, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ देश के 50वें प्रधान न्यायाधीश हो सकते हैं और वह नौ नवंबर को सीजेआई पद की शपथ ग्रहण कर सकते हैं. अगर न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ अगले सीजेआई बनते हैं तो उनका कार्यकाल दो साल का होगा. वह 10 नवंबर 2024 को सेवानिवृत्त होंगे. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के जज 65 वर्ष की आयु में और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश 62 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होते हैं.