नई दिल्ली : भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध करने वाले विपक्षी दलों को राजवंश द्वारा संचालित राजनीतिक दल बताते हुए कहा है कि उनका वंशवादी नेतृत्व उन्हें आपस में इसलिए जोड़ता है क्योंकि इनकी राजशाही पद्धतियों का संविधान के सिद्धांतों से सीधा टकराव है।
नड्डा ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने वाले अधिकतर विपक्षी दलों को क्या आपस में जोड़ता है? इसका जवाब बहुत ही आसान है ये राजवंश द्वारा संचालित राजनीतिक दल हैं, जिनकी राजशाही पद्धति हमारे संविधान के गणतंत्रवाद और लोकतंत्र के सिद्धांतों के ठीक विपरीत है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जो पार्टियां संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर रही हैं, उनमें लोकतंत्र के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं है क्योंकि उनका एकमात्र उद्देश्य राजवंशों के एक चुनिंदा समूह को कायम रखना है। इस तरह का रवैया हमारे संविधान निमार्ताओं का अपमान है। इन पार्टियों को आत्ममंथन करना चाहिए!
उन्होंने गांधी परिवार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि ये विपक्षी वंशवादी दल, खासतौर से कांग्रेस और नेहरू-गांधी वंश इस आसान सी बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि भारत के लोगों ने एक अत्यंत साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले एक व्यक्ति में अपनी संपूर्ण आस्था व्यक्त की है। वंशवादियों की अभिजात्य मानसिकता उन्हें रूप से सोचने से रोक रही है। उन्होंने कहा कि देश के लोग देख रहे हैं कि कैसे ये पार्टियां राजनीति को देश से ऊपर रख रही हैं और देश की जनता इनकी दलगत राजनीति के लिए इन पार्टियों को एक बार फिर कड़ी सजा देगी।