नई दिल्ली : काला चना कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है और जब आप इसे भूनकर यानी रोस्ट करके खाते हैं तो इसके सेहत लाभ दोगुने हो जाते हैं. इसी भुने चने से सत्तू बनता है। सर्दियों में सत्तू का पराठा खाने में बेहद टेस्टी लगता है. भुने चने को मुरमुरे में प्याज, नमक, मिर्च डालकर भी खाते हैं. कुछ लोग तो ऐसे ही भुना चना खा जाते हैं. इसे हर किसी को खाना भी चाहिए, क्योंकि ये बेहद लाभदायक होता है। फाइबर, प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेट्स, कैल्शियम, विटामिंस से भरपूर भुना चना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
न्यूट्रिशनिस्ट अंशुल जयभारत कहती हैं कि भुना हुआ चना मिड टाइम स्नैकिंग के लिए परफेक्ट और बेहद ही हेल्दी ऑप्शन है. इसमें फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है. ऐसे में इसके सेवन के बाद आपको देर तक भूख का अहसास नहीं होता है. फाइबर डाइजेशन को भी दुरुस्त करता है, कब्ज नहीं होने देता है. बाउल मूवमेंट सही रहता है. हालांकि, जो लोग वर्कआउट करते हैं, उनके लिए पानी में भिगाए हुए काले चने को गुड़ के साथ खाना भी बेहद हेल्दी है. इसे आप प्री-वर्कआउट खाएं।
भुने हुए चने को मिक्सी में पीसकर आप घर का बना सत्तू तैयार कर सकते हैं. यह प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्ब्स का भी बेहतरीन सोर्स है. प्रोटीन का सेवन हेल्दी शरीर के लिए जरूरी है. भुना चना प्लांट बेस्ड प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स है, जो मांसपेशियों को रिपेयर करता है, मजबूत बनाता है और बॉडी फंक्शन को दुरुस्त करता है।
भुने हुए चने में आयरन की मात्रा भी अधिक होती है. इसके सेवन से आपके शरीर में खून की कमी नहीं होगी. हिमोग्लोबीन लेवल बॉडी में कम होने पर चना खाएं. इससे आयरन की कमी होने से आपको थकान, सुस्ती महसूस हो सकती है।
इसमें मौजूद पोटैशियम, मैग्नीशियम हार्ट को हेल्दी रखने के लिए जरूरी होते हैं. ये हार्ट डिजीज से बचाते हैं. शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में ब्लड फ्लो को बेहतर बनाते हैं. ब्लड क्लॉट बनने से रोकते हैं. हार्ट रिदम को सही रखते हैं. साथ ही ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल बनाए रखते हैं. ऐसे में आप डेली भुना चना खा सकते हैं और अपने दिल को सुरक्षित रख सकते हैं।
डायबिटीज में भी आप भुना चना खा सकते हैं. यह ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है. साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए भी इसका सेवन किया जा सकता है. कुल मिलाकर भुना चना खाना ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद है।