अयोध्या का आर्थिक पुनरुत्थान: एक आध्यात्मिक लहर ने बढ़ाया व्यापार के अवसर

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अयोध्या (रमन शुक्ला): एक अनूठे आध्यात्मिक और आर्थिक संभावनाओं के मेलजोल में, अयोध्या एक यात्रा में वृद्धि की ओर बढ़ रहा है जो आस्था को पार कर आर्थिक समृद्धि की राह खोल रहा है। राम मंदिर में लगभग 5 लाख रोज़ाना आने वाले यात्री के साथ, वार्षिक यात्रा 18 करोड़ तक पहुंच गई है, जिससे एक नए आर्थिक पुनरुत्थान की कहानी शुरू हो रही है। अगले तीन साल में अनुमान लगाया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण के बाद यहां सालाना आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 25 करोड़ तक पहुंच जाएगी।

अध्यात्म से समृद्ध राम नगरी अब आर्थिक क्षेत्र में भी सफलता का नया अध्याय लिख रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों ने अयोध्या को आर्थिक रूप से भी काफी समृद्ध किया है। एक तरफ अयोध्या को जहां सोलर सिटी के रूप में नई पहचान दी जा रही है, वहीं निर्यात के रूप में भी अयोध्या ने अलग उड़ान भरी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण में, रणनीतिक सहमतियां अयोध्या को एक आर्थिक विकास के केंद्र में तेजी से रूपांतरित कर रही हैं।

हाल की श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या न केवल एक सांस्कृतिक पुनर्जीवन को दर्शाती है, बल्कि अयोध्या को एक आकर्षक निवेश स्थल के रूप में भी स्थित कर रही है। अनुमानित है कि यदि एक श्रद्धालु औसतन अयोध्या में एक हजार रुपये का खर्च करता है तो साल भर में आने वाले श्रद्धालुओं से ही 18,000 करोड़ के सीधे निवेश में योगदान हो जाएगा। यह पूंजी अयोध्या के आर्थिक पुनरुत्थान की एक शक्तिशाली शक्ति बन रही है, उद्यमियों और व्यापारों के लिए नए अवसर का आमंत्रण दे रही है।

गौरतलब है कि अयोध्या में विकास की रफ्तार देंगे नया रेलवे स्टेशन और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा। मजबूत ट्रांसपोर्ट नेटवर्क अयोध्या को धार्मिक पहचान के साथ साथ कारोबारी रूप से भी सशक्त बनाएगा। अभी एयरपोर्ट का पहला चरण तैयार हुआ है। जल्द ही दूसरा टर्मिनल भी बनकर तैयार होगा जो 50 हजार वर्गमीटर का होगा। वर्तमान एयरपोर्ट की यात्री क्षमता 10 लाख यात्री प्रति वर्ष होगी। दूसरे चरण का काम पूरे होने का बाद यह क्षमता 60 लाख यात्री प्रति वर्ष तक हो जाएगी। साफ है कि देश ही नहीं दुनिया भर के लोग सीधे अयोध्या आ सकेंगे। अयोध्या में 67 किलोमीटर बायपास रोड बनेगी, जिससे स्थानीय पर्यटन पूरे साल गुलजार रहेगा।

वीसर्व इंफोसिस्टम्स प्रा. लि. के मुख्य परिचालन अधिकारी रमन शुक्ला ने व्यापारियों और उद्यमियों को आमंत्रित किया है कि वे अयोध्या में खुलने वाले आर्थिक परिदृश्य की खोज करें। यहां आध्यात्मिकता और आर्थिक विकास के मेलजोल में एक अद्वितीय और उम्मीदवार संभावना है। लाखों के नाम पर श्रद्धा का निवेश न केवल एक आध्यात्मिक पुनर्जीवन है, बल्कि व्यवसायों से अयोध्या के परिवर्तनात्मक सफर में शामिल होने के लिए एक आमंत्रण है।

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