कोलकाता : राशन भ्रष्टाचार मामलों की जांच में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने तीन चावल मिल मालिकों को गिरफ्तार किया है, जिनके बारे में आरोप है कि वे अवैध तरीके से राशन सामग्री बेचने में शामिल थे। मंगलवार को इन तीनों को कोर्ट में पेश किया गया। पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक की गिरफ्तारी के बाद यह तीसरी बड़ी गिरफ्तारी है। पहले ही मल्लिक को पुलिस ने पेश किया था, और उनकी हिरासत में पूछताछ के दौरान इन तीन चावल मिल मालिकों के नाम सामने आए थे। इन तीनों के खिलाफ आरोप है कि वे वर्षों तक पूर्व मंत्री की मिलीभगत से राशन सामग्री की कालाबाजारी करते रहे।
ईडी सूत्रों के अनुसार, इन तीनों चावल मिल मालिकों की गाड़ियों से अवैध राशन सामग्री की बिक्री की जा रही थी। जांच के दौरान उनके ड्राइवर से कई दस्तावेज भी बरामद हुए थे, जो इस पूरे रैकेट की साजिश को उजागर करने में मददगार साबित हुए। सोमवार को इन तीनों को ईडी कार्यालय, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, साल्ट लेक में बुलाकर लंबी पूछताछ की गई। लेकिन जब वे सवालों का सटीक जवाब नहीं दे पाए, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही, आज अर्पिता और कुंतल को भी कोर्ट में पेश किया गया। राशन भ्रष्टाचार मामले में यह गिरफ्तारी एक और संकेत है कि जांच एजेंसियां भ्रष्टाचार के इस नेटवर्क को पूरी तरह से उजागर करने के लिए गंभीर हैं।