देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोगों से तीर्थ स्थलों पर साफ-सफाई सुनिश्चित करने की अपील के बाद तीर्थयात्रियों, सरकारी और गैर-सरकारी एजेंसियों ने मंगलवार को केदारनाथ धाम के पास स्वच्छता अभियान चलाया। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि प्रशासन कचरा प्रबंधन की स्थिति पर लगातार नजर रखेगा। नतीजतन केदारनाथ और आसपास के इलाकों में फैला कचरा अब साफ हो रहा है। पर्यावरण संरक्षण पर काम करने वाली संस्था सुलभ इंटरनेशनल के जिला प्रशासन और कर्मचारियों ने आज सुबह केदारनाथ क्षेत्र से कचरा एकत्र किया।
पर्यटकों ने गौरीकुंड, सोनप्रयाग और केदारनाथ के रास्ते में स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। सोनप्रयाग केदारनाथ के रास्ते में रुद्रप्रयाग और गौरीकुंड के बीच स्थित है। उत्तराखंड में चार-धाम यात्रा के दौरान कुछ तीर्थयात्रियों द्वारा फैलाई गई गंदगी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को लोगों से तीर्थ स्थलों की गरिमा बनाए रखने की अपील की थी।
‘तीर्थ स्थलों पर पर्यटकों की भारी आमद’
इस पर बात करते हुए गढ़वाल विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग के अधिकारी डॉ सर्वेश उनियाल ने कहा, “इन दिनों हम तीर्थ स्थलों पर पर्यटकों की भारी आमद देख रहे हैं। इसके बाद पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा प्रभावित होता है। लोग प्लास्टिक को लापरवाही से इधर-उधर फेंक देते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए मोदी ने रविवार को लोगों से तीर्थ स्थलों की गरिमा बनाए रखने की अपील की। मुझे लगता है कि हम सभी को पर्यावरण की रक्षा के लिए जिम्मेदारी से काम करना होगा। तीर्थ यात्रा भी तीर्थ सेवा होनी चाहिए।”
‘बड़ी मात्रा में कचरा एकत्र किया’
दीक्षित ने बताया कि गौरीकुंड, सोनप्रयाग और केदारनाथ क्षेत्रों में भी सफाई अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें बड़ी मात्रा में कचरा एकत्र किया गया है। उन्होंने कहा कि हम अब से नियमित रूप से तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाएंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में अपील की थी कि हम जहां भी जाएं, तीर्थ स्थलों की गरिमा बनाए रखें। उन्होंने कहा, “हमें कभी भी शुद्धता, स्वच्छता और पर्यावरण की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। इसके लिए यह जरूरी है कि हम स्वच्छता के मानदंडों का पालन करें।”
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