गाजा में इजरायली हमलों की बारिश, 65 फिलीस्तीनियों की मौत; शांति बहाल के लिए मिस्र ने रखा नया प्रस्ताव
नई दिल्ली: युद्धविराम समाप्त होने के बाद इजरायल ने गाजा पर फिर से भीषण हमले शुरू कर दिए हैं। पिछले 24 घंटों में गाजा में 65 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल द्वारा युद्ध विराम तोड़ने के बाद हमले किए गए। बीते एक सप्ताह में इजरायली सुरक्षा बलों के हवाई और जमीनी अभियानों में गाजा में सैकड़ों लोगों की जान चली गई। 17 महीनों से जारी इस संघर्ष में अब तक मरने वालों की संख्या 50,000 से अधिक हो गई है।
मिस्र ने रखा युद्ध विराम प्रस्ताव
मिस्र ने युद्ध विराम को फिर से लागू करने के लिए एक नया प्रस्ताव रखा है। एक मिस्री अधिकारी के अनुसार, हमास गाजा में मानवीय सहायता की अनुमति देने और एक सप्ताह के युद्ध विराम के बदले में अमेरिकी-इजरायली सहित पांच जीवित बंधकों को रिहा करेगा। इसके साथ ही, इजरायल सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर सहमत होगा। हमास के एक अधिकारी ने बताया कि संगठन ने इस प्रस्ताव पर सकारात्मक रुख अपनाया है, लेकिन उन्होंने अधिक विवरण साझा नहीं किया। दोनों अधिकारियों ने गोपनीयता बनाए रखने के कारण नाम न जाहिर करने की शर्त पर बातचीत की, क्योंकि उन्हें मीडिया के सामने इस जानकारी को सार्वजनिक करने की अनुमति नहीं थी।
गलती से गाजा में रेड क्रॉस के कार्यालय पर चलाई गोली
इजरायल ने स्वीकार किया है कि उसकी सेना ने गलती से गाजा में रेड क्रॉस के कार्यालय पर गोली चला दी। इजरायली सेना के अनुसार, सैनिकों ने फलस्तीनी आतंकवादियों से खतरा महसूस किया, जिसके चलते उन्होंने फायरिंग की। हालांकि, बाद में पता चला कि यह खतरा वास्तविक नहीं था। सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि सैनिकों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि जिस इमारत पर उन्होंने गोली चलाई, वह रेड क्रॉस द्वारा इस्तेमाल की जा रही थी।
इजरायली सेना ने इस घटना की जांच करने की बात कही है। वहीं, रेड क्रॉस ने पुष्टि की कि गोलीबारी से उनके कार्यालय को क्षति पहुंची है, लेकिन कोई कर्मचारी घायल नहीं हुआ।