लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बिजली के दाम बढ़ सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, बिजली के रेट 28 पैसे से लेकर 1.09 प्रति यूनिट के हिसाब से बढ़ाए जा सकते हैं। जिसके लिए प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन अब उपभोक्ताओं पर फ्यूल सरचार्ज लगाने की तैयारी कर रहा है, जिसके लिए आयोग ने प्रस्ताव भेजा है। इसके तहत 28 पैसे से लेकर 1.09 रुपये प्रति यूनिट तक बिजली महंगी हो जाएगी। यूपी में पिछले चार साल से बिजली दर नहीं बढ़ी है। आयोग में कई बार प्रस्ताव खारिज हो चुका है। ऐसे में विभागीय घाटा कम करने के लिए यह प्रस्ताव दिया गया है। हालांकि इसका विरोध भी उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने शुरू कर दिया है।
विभाग की तरफ से फ्यूल सरचार्ज लगाने की तैयारी चल रही है। घरेलू, कमर्शियल इंडस्ट्री को लेकर अलग-अलग फ्यूल सरचार्ज लगाने की तैयारी है। अगर यह पास होता है तो 28 पैसे से लेकर 1.09 रुपये प्रति यूनिट बिजली महंगी हो जाएगी। इसमें उपभोक्ताओं से कुल 1437 करोड़ रुपये की वसूली की बात कही जा रही है। 61 पैसे प्रति यूनिट के आधार पर अलग-अलग औसत बिलिंग की दर पावर कॉरपोरेशन की तरफ से तैयार की गई है।
फ्यूल सरचार्ज के बाद घरेलू बीपीएल के लिए 28 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी, घरेलू सामान्य के लिए 44 से 56 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी, कमर्शियल के लिए 49 से 87 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की जा सकती है। वहीं, किसान के लिए 19 से 52 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी और भारी उद्योग के लिए 54 से 64 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की जा सकती है। वहीं, राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद का मानना है कि किसी भी कीमत पर इस प्रस्ताव को लागू नहीं होने दिया जाएगा।
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा के मुताबिक पावर कॉरपोरेशन के इस प्रस्ताव को लागू नहीं होने दिया जाएगा क्योंकि विद्युत निगम पर पहले से ही करीबन 3122 करोड़ सरप्लस निकल रहा है। इस आधार पर वह काफी समय से बिजली सस्ती करने की मांग कर रहे हैं। इसकी लड़ाई वह जारी रखेंगे। नियामक आयोग ने जून 2020 में बने कानून की तरह फॉर्मूला नहीं अपनाया। ऐसे में सरचार्ज पर लगाने का प्रस्ताव तत्काल से खारिज किया जाए।