नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से आ रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां आतंकियों के साथ दो एनकाउंटर (Encounter) में 3 अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं। वहीं एक जवान अब तक लापता हैं। वतन के लिए शहीद हुए इन अफसरों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक DSP शामिल हैं।
जानकारी दें कि, अनंतनाग में बीते बुधवार को सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर अचानक गोलीबारी कर दी। इसमें कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और DSP हुमायूं भट और एक जवान शहीद हो गए थे। यहां मुठभेड़ अभी जारी है। वहीं मामले पर न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक एक जवान अब भी लापता है। आशंका है कि वह मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुआ है। इस खतरनाक हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े प्रतिबंधित रेजिस्टेंट फ्रंट ने ली है। मामले पर सैन्य अधिकारियों का मानना है कि ये वही आतंकी हैं, जिनसे 4 अगस्त को कुलगाम के जंगल में मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए थे।
उधर, राजौरी में भी बीते मंगलवार को एनकाउंटर के दौरान एक जवान की मौत हो गई और दो आतंकी मारे गए। यहां सर्चिंग के दौरान एक आर्मी डॉग की भी मौत हो गई थी। उसने अपने हैंडलर की जान बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगा दी। राजौरी में एनकाउंटर फिलहाल खत्म हो गया है। देखा जाए तो कश्मीर में बीते तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें इतने बड़े सैन्य अफसरों की शहादत हुई है। इससे पहले कश्मीर के हंदवाड़ा में 30 मार्च 2020 को 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हो गए थे। वहीं इसी साल जनवरी से अब तक जम्मू-कश्मीर में 40 आतंकी मारे गए हैं। इनमें 8 ही स्थानीय थे और बाकी सभी विदेशी बताए गए थे।