सहारनपुर। आईआईए के पदाधिकारियों ने विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को प्रस्तावित सहारनपुर महायोजना-2031 के बारे में सुझाव दिए। चैप्टर चेयरमैन प्रमोद सडाना ने कहा कि जहां भी औद्योगिक क्षेत्र प्रस्तावित हैं, उनको मास्टर प्लान में भी औद्योगिक क्षेत्र घोषित किया जाए। जिससे उद्यमियों को भूमि की प्रवृत्ति बदलवाने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।
सहारनपुर विकास प्राधिकरण सभागार में आयोजित बैठक में चैप्टर चेयरमैन प्रमोद सडाना ने कहा कि ऐसे क्षेत्रों में देहरादून रोड, छज्जपुरा आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अंबाला रोड स्थित काष्ठ हाट बाजार में रेस्टोरेंट भी होने चाहिए। प्रस्तावित मास्टर प्लान में बस अड्डों एवं राजमार्गों के साथ औद्योगिक, व्यावसायिक, आवासीय आदि का भू-उपयोग निर्धारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित मास्टर प्लान में मुख्य मार्गों पर कहीं भी व्यवसायिक भू उपयोग नहीं दर्शाया गया है, जहां अगले दस वर्षों में विकास हो सके। सुनियोजित यातायात के लिए चकरौता रोड से जनता रोड एवं जनता रोड से देहरादून रोड को मिलाने वाला मार्ग बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सर्वे करने के बाद ही भू-उपयोग दर्शाया जाना चाहिए। इसके अलावा भी उन्होंने कई सुझाव दिए। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आशीष कुमार ने कहा कि उद्यमियों के सभी सुझावों पर अमल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई उद्यमी यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत टाउनशिप विकसित करना चाहता हैं तो उसमें विकास प्राधिकरण पूरा सहयोग करेगा। अध्यक्षता नगर विधायक राजीव गुंबर और प्राधिकरण उपाध्यक्ष अशीष कुमार ने संयुक्त रूप से की। इस दौरान आईआईए के उपाध्यक्ष कुलदीप धमीजा, निवर्तमान महापौर संजीव वालिया, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राकेश जैन आदि मौजूद रहे।