नई दिल्ली : हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारतीय टीम ने रविवार रात पाकिस्तान को विमेंस टी20 वर्ल्ड कप २०२३ के अपने पहले मुकाबले में 7 विकेट से हराकर टूर्नामेंट का धमाकेदार आगाज किया। पाकिस्तान ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया के सामने 150 रनों का लक्ष्य रखा था, इस स्कोर को जेमिमा रोड्रिग्स और रिचा घोष की शानदार साझेदारी के दम पर भारत ने एक ओवर रहते हासिल कर लिया। टीम को भले ही इस मुकाबले में जीत मिली हो, मगर मैच के दौरान उनसे तीन ऐसी बड़ी गलतियां हुई जिस पर उन्हें जल्द से जल्द काम करने की जरूरत है। अगर इन गलतियों को नहीं सुधारा गया तो भारत को इसका खामियाजा टूर्नामेंट से बाहर होकर उठाना पड़ सकता है।
भारत की इस मैच में सबसे बड़ी गलती ढीली फील्डिंग रही। पाकिस्तानी बैटर्स ने शुरू से ही गैप को भेदते हुए विकेट के बीच खूब रन बटोरे, इस दौरान कई बार देखने को मिला की उन्होंने एक को दो रन में भी तबदील किया। यहां भारतीय फील्डरों से धोड़ी सुस्त फील्डिंग देखने को मिली।
दूसरी गलती महिला टीम से यह हुई कि पारी के अंतिम ओवरों में उन्होंने कई कैच टपकाए, इनमें से कुछ कैच मुश्किल थे, मगर टी20 वर्ल्ड कप जैसी बड़ी स्टेज पर आपको कई मौकों को तबदील करना पड़ता ही है। अंतिम ओवर में कैच छोड़ने का नतीजा पाकिस्तान के रनों के अंतर में साप देखने को मिला। अगर टीम इंडिया वह कैच लपक लेती तो शायद पाकिस्तान के स्कोर में 10-12 रन कम होते।
भारत ने तीसरी और मैच की सबसे बड़ी गलती स्लो ओवर रेट की की। पावरप्ले से ही हरमनप्रीत कौर ने स्पिन गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, मगर उसके बावजूद भारत तय समय के अनुसार अपने कोटे के 20 ओवर पूरे नहीं कर पाया। भारत दो ओवर पीछे रहा जिस वजह से 19वें और 20वें ओवर में तीस यार्ड के सर्कल के बाहर चार की जगह तीन खिलाड़ी ही कर पाया। बता दें, आईसीसी के नियम अनुसार स्लो ओवर रेट की वजह से अब टीमों पर फाइन नहीं लगाया जाता, बल्कि एक अतिरिक्त फील्डर को 30 यार्ड सर्कल में रखना होता है।