पोषक तत्वों से भरपूर सोयाबीन के अत्यधिक सेवन से शरीर को होता है नुकसान

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नई दिल्ली : सेहतमंद शरीर के लिए लोग अपने खानपान में ऐसी चीजों को शामिल करते हैं जो कई पोषक तत्वों से भरपूर हो। ऐसा ही एक आहार है सोयाबीन जिसमें प्रोटीन, फाइबर, मिनरल, विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। आज के समय में जिम जाने वाले लोगों से लेकर वेगन लोगों के पास सोया उत्पाद ही उनके कैल्शियम और प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने का सबसे बेहतर स्रोत है। इसका सेवन सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन सोयाबीन का ज्यादा सेवन शरीर के लिए खतरा पैदा करता है।

सोयाबीन के सेवन से या उसके द्वारा बनाए गए उत्पादों की वजह से बच्चों में या वयस्कों में किसी तरह की एलर्जी की समस्या होने लगती है। हालांकि कुछ लोगों में यह एलर्जी आगे चलकर खत्म हो जाती है। जबकि कुछ बच्चों में यह पूरी जिंदगी बनी रहती है। वैसे तो यह एलर्जी बहुत ही साधारण होती है, इसमें व्यक्ति को दस्त, उल्टी, मुंह में झनझनाहट, खुजली जैसी समस्या होती है, जो कि सामान्य ही रहती है।

सोयाबीन का रोजाना सेवन करना पुरुषों के लिए घातक साबित हो सकता है। इसे खाने से पुरुषों में सेक्सुअल पावर कम हो जाता है। ज्यादा सोयाबीन खाने से उनके हॉर्मोन्स, लिबिडो पावर, स्पर्म की संख्या और प्रजनन क्षमता के स्तर पर प्रभाव पड़ता है। अगर कोई पुरुष फैमिली प्लानिंग के बारे में सोच रहा है तो उसे अपनी डाइट में सोयाबीन का सेवन रोजाना नहीं करना चाहिए।

प्रेगनेंसी और स्तनपान के दौरान सोयाबीन का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। सोयाबीन के सेवन से ऐसी महिलाओं को उल्टी, मितली जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। वहीं इसका अधिक सेवन चक्कर आने का कारण भी बन सकता है। इतना ही नहीं अगर स्तनपान कराने वाली मां इसका अधिक सेवन करती है तो इससे शिशु को भी उल्टी होने की सम्भावना रहती है।

पहले के समय में सोया के खाद्य पदार्थों का उपयोग पकाकर ही किया जाता था। जिससे सोया के अंदर मौजूद कुछ नुकसानदायक तत्व नष्ट हो जाते थे। लेकिन अब बहुत से सोया उत्पादों का सेवन कच्चा ही किया जाता है। जिसकी वजह से इसके अंदर मौजूद खतरनाक तत्व बने रहते हैं और इसका असर आपके दिमाग और शरीर की महत्वपूर्ण प्रणाली पर पड़ता है। वहीं सोया आइसोफ्लेवोंस का असर कुछ लोगों के दिमाग पर भी पड़ता है इससे अल्जाइमर और डिमेंशिया की समस्या पैदा हो सकती है।

सोयाबीन खाने से महिलाओं को हॉर्मोन संबंधी कई परेशानियां होती है। दरअसल इसमें मौजूद कम्पाउंड फीमेल हॉर्मोन एस्ट्रोजन की नकल करता है। इससे महिलाओं में हार्मोन्स की गड़बड़ी हो सकती है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि सोयाबीन का सेवन सिमित मात्रा में करें।

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