नई दिल्ली : किसान संगठनों ने 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। एमएसपी (MSP) की गारंटी के साथ 11 अन्य मांगों को लेकर किसान फिर एक बार प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्र के सामने अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए किसान संगठनों ने आज यानी की 16 फरवरी को सुबद छह बजे से शाम के चार बजे तक भारत बंद का एलान किया है।
भारत बंद का आह्वान किसानों के दिल्ली चलो विरोध प्रदर्शन के बीच आया। किसानों के इस प्रदर्शन के कारण रेल यातायात बाधित हो रही है। करीबन छह ट्रेनों को लुधियाना-साहनेवाल-चंडीगढ़ रूट पर डायवर्ट कर दिया गया है। इस हड़ताल के दौरान परिवहन, कृषि गतिविधियां, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) ग्रामीण कार्य, निजी कार्यालय, गांव की दुकानें और ग्रामीण औद्योगिक और सेवा क्षेत्र के संस्थानों के बंद रहने की उम्मीद है।
भारत बंद के बीच पंजाब के जालंधर में टैक्सी और ऑटो यूनियन ने भी 16 फरवरी को यातायात बंद रखने का एलान किया है। उन्होंने बताया कि वे भी किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। इस बंद का असर राजधानी दिल्ली में कम देखने को मिलेगा, क्योंकि यहां 700 बाजार और औद्योगिक कारखाने खुले रहेंगे। वहीं, इस आंदोलन का असर पंजाब में ज्यादा दिखेगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की मौजूदगी में किसान संगठनों और केंद्र सरकार के मंत्रियों पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा व नित्यानंद के बीच चंडीगढ़ सैक्टर-26 स्थित मगसीपा परिसर में देर रात 1:30 बजे तक बैठक चली। इस बैठक के बाद किसान नेताओं ने मीडिया को बताया कि संतोषजनक चर्चा रही। हालांकि, उन्होंने किसानों पर बल प्रयोग किए जाने की निंदा भी की है।
दिल्ली-एनसीआआर के प्रशासन इस बंद को लेकर काफी चौकन्ने हैं। नोएडा में इस बंद को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है। सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस बंद का असर ग्रामीण इलाकों में ज्यादा दिखने की संभावना है।