लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंगलवार से ‘फास्टैग सॉल्यूशन’ की शुरुआत के साथ ‘ऑटोमेटेड कार पार्किंग प्रणाली’ शुरू हो गई है। हवाई अड्डे पर अपने परिजनों को विदा करने के लिए आने वाले लोग हों या उन्हें लेने आने हों, वे सभी ‘फास्टैग पार्किंग’ सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। फास्टैग भारत की इलेक्ट्रॉनिक टोल प्रणाली है। एक बयान के मुताबिक, फास्टैग प्रौद्योगिकी के बारे में जानकारी साझा करते हुए लखनऊ हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘फास्टैग सेवा यात्रियों को लाभ पहुंचाने के निरंतर प्रयासों में से एक है।
त्वरित आवाजाही की सुविधा के लिए हवाई अड्डे ने फास्टैग विकल्प का उपयोग करने वाले यात्रियों के लिए प्रवेश और निकास पर लेन-दो निर्धारित की है। फास्टैग के साथ वाहन की आवाजाही तेज होगी और हवाई अड्डे में प्रवेश/निकास की प्रतीक्षा कर रहे यात्रियों के लिए रुकने का समय कम होगा, इस प्रकार समय और ईंधन की बचत करने में मदद मिलेगी। बयान के मुताबिक, फास्टैग का मुख्य लाभ यह है कि इससे नकद लेनदेन की आवश्यकता कम-से-कम हो जाएगी। प्रवेश पर लगा स्कैनर वाहन के फास्टैग को पढ़ेगा और प्रवेश का समय रिकॉर्ड करेगा और हवाई अड्डे से निकास के समय दूसरा स्कैनर पार्किंग शुल्क स्वचालित रूप से काट लेगा। इस माध्यम से भुगतान करने वाले यात्रियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके फास्टैग में पर्याप्त राशि शेष हो।
इस अवसर पर आईसीआईसीआई बैंक के नीरज त्रालशवाला ने कहा कि हम लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पार्किंग के लिए फास्टैग आधारित भुगतान की शुरुआत करके बहुत खुश हैं। यह सुविधा उपयोगकर्ताओं को एक सहज अनुभव प्रदान करेगी, नकदी पर निर्भरता कम करेगी और उनके समय की बचत करेगी।