उत्तरकाशी में वरुणावत पर्वत से फिर बड़े भूस्खलन का आशंका, दशहत में लोग

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उत्तरकाशी। उत्तराखंड (Uttarakhand) में उत्तरकाशी (Uttarkashi) के वरुणावत पर्वत (Varunavat mountain) समेत प्रभावित क्षेत्र का मौका मुआयना करने के बाद तकनीकी टीम ने अपनी रिपोर्ट में बड़े भूस्खलन (Major landslides) की संभावना जताई है। बुधवार शाम टीम ने जिलाधिकारी (District Magistrate) डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट (Dr. Meharban Singh Bisht) को रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में टीम ने जियोलॉजिकल सर्वे (Geological Survey) को जरूरी बताया। टीम ने कहा कि बाकी पहाड़ी पर कहीं दरार नहीं है।

सर्वेक्षण टीम के सदस्य और सिंचाई विभाग में अधिशासी अभियंता केएस चौहान ने रिपोर्ट का जिक्र करते हुए बताया कि अधिक बारिश होने के कारण मस्जिद मोहल्ला व गुफियारा के मध्य वरुणावत की पहाड़ी पर भूस्खलन जोन उभरा है। यहां करीब 20 से 30 मीटर लंबा और 15 मीटर चौड़ा व ऊंचा भूस्खलन जोन सक्रिय हुआ है। बारिश में यहां से पत्थर गिरने की आशंका है। हालांकि भविष्य में भूस्खलन का खतरा कितना हो सकता है, इसके लिए एक्सपर्ट की राय ली जानी जरूरी है। पहाड़ी पर लूज मेटेरियल ज्यादा है, इस लिहाज से भी खासतौर पर रात में बारिश के दौरान पास के क्षेत्र में रहना सुरक्षित नहीं है।

उत्तरकाशी में मंगलवार रात को उत्तरकाशी जिला मुख्यालय और आसपास क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण वरुणावत पर्वत से भूस्खलन हुआ। बुधवार को गुफियारा क्षेत्र के ऊपर वरुणावत की पहाड़ी पर भूस्खलन की स्थिति नियंत्रण में रही। जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी नियंत्रण कक्ष से वरुणावत पर्वत में हुई हलचल की मॉनिटरिंग करते रहे। प्रशासन ने बारिश होने पर वरुणावत पर भूस्खलन की संभावना को देखते हुए स्थानीय लोगों को रात में सतर्क रहने को कहा है। मंगलवार रात भारी बारिश के कारण गुफियारा में गंगोत्री हाईवे पर मलबा पसरने से यातायात ठप हो गया और कई वाहन मलबे में दब गए थे, जिन्हें रात में ही नगरपालिका ने जेसीबी मशीन से निकलवा दिया था। गुफियारा और मस्जिद मोहल्ले के ठीक ऊपर वरुणावत की पहाड़ी से बोल्डर गिरने लगे। लोग इससे सहम गए थे।

रात में शिफ्ट हुए परिवार सुबह घरों को लौटे
उत्तरकाशी में मंगलवार रात को गुफियारा में वरुणावत की पहाड़ी से बोल्डर गिरने से लोग भयभीत हो उठे। स्थानीय लोगों में वर्ष 2003 के भयावह भूस्खलन की यादें ताजा हो उठी। पत्थरों के गिरने की आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर सड़कों पर सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ पड़े। जिला प्रशासन और पुलिस ने भूस्खलन वाले इलाके के आसपास रहने वाले लगभग 60 परिवारों को बाजार के होटलों, धर्मशालाओं और रिश्तेदारों के यहां शिफ्ट करवाया। रात भर स्थानीय लोग सो नहीं सके। हालांकि, बुधवार सुबह सभी लोग घरों में लौट आए थे।

एसपी ने प्रभावितों को सुरक्षा का भरोसा दिया
एसपी अर्पण यदुवंशी ने बुधवार को गुफियारा क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावितों से मिलकर पुलिस की ओर से सुरक्षा का हर संभव भरोसा दिया। आपातकालीन स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचना देने की अपील की। फिलहाल वरुणावत पर भूस्खलन की स्थिति नियंत्रण में है। सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को अलर्ट मोड में रखा गया है। आपदा की स्थिति से निपटने के लिए जरूरी निर्देश दिए गए हैं। लोगों को भी रात में सतर्क रहने को कहा गया है। -डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, डीएम

भ्रामक सूचना प्रसारित न करने की अपील की
उत्तरकाशी। सोशल मीडिया पर उत्तरकाशी में सैकड़ों वाहनों के मलबे में फंसने की भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर डीएम डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि गत रात्रि को हुई अत्यधिक वर्षा के बाद अब स्थिति सामान्य है। लोगों को चाहिए कि वह गलत सूचना प्रसारित न करे।

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