महिला डॉक्टर रेप मामला : आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर ED का शिकंजा,कोलकाता में कई जगहों पर छापेमारी
कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी जारी है। ED ने वित्तीय अनियमितताओं के मामले में PMLA का मामला दर्ज किया था। घोष फिलहाल CBI की हिरासत में हैं। ED ने इस मामले में कोलकाता के कई ठिकानों पर छापेमारी की, जिससे संबंधित दस्तावेज़ और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी महिला डॉक्टर के रेप मामले से जुड़े आर्थिक अनियमितताओं और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के पहलुओं की जांच का हिस्सा है। संदीप घोष पर इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप है, और ED उनकी संपत्ति, बैंक खाते और अन्य वित्तीय विवरणों की गहन जांच कर रही है। सीबीआई की जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि इस घटना को संजय रॉय ने अकेले अंजाम दिया है। उसके खिलाफ सीबीआई के पास पर्याप्त सबूत हैं. सीबीआई उसके खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दायर कर सकती है. घटना के शुरुआती दौर में ऐसा संदेह था कि इस घटना में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं।
16 दिन पूछताछ के बाद सीबीआई ने वित्तीय अनियमित्ताओं के आरोप में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को गिरफ्तार था. संदीप घोष से मेडिकल कॉलेज में पहले रेप और मर्डर, संजय रॉय के बारे में और फिर वित्तीय अनियमितताओं को लेकर करीब 250 घंटे पूछताछ हुई थी. 24 अगस्त को सीबीआई ने संदीप घोष व अन्य के खिलाफ करप्शन की FIR दर्ज कर अलग जांच शुरू की थी. घोष फरवरी, 2021 से सितंबर 2023 तक आरजी मेडिकल कॉलेज का प्रिसिंपल था. उसका उस साल अक्टूबर में आरजी कर कॉलेज से तबादला कर दिया गया था. लेकिन एक महीने के अंदर ही वह इसी अस्पताल में इस पद पर लौट आया था.
मेडिकल कॉलेज में हुई वित्तीय अनियमितताओं को लेकर अभी कुछ और मौजूदा स्टॉफ सीबीआई के राडार पर हैं जिनकी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है. सीबीआई ने इस मामले में अभी तक 20 से ज्यादा रेड की हैं.