लखनऊ: महिला विधायक इस बात का प्रयास करें कि वह बार-बार चुनाव जीत कर आयें और जनसेवा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम करें। आप सभी सर्वसमाज के लिए कार्य करके विधान सभा की सदस्य बने। राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के चलते आपको पीछे करने की कोशिश की जायेगी लेकिन आप निडर होकर समाज को दिशा देने का काम करें। महिला विधायकों की संख्या कम हो सकती हैं, उनकी जिम्मेदारी कम नहीं हो सकती है। यह बातें विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कही। वे राजधानी के एक होटल में आयोजित एक कार्यक्रम में 18वीं विधानसभा के लिए निर्वाचित महिला सदस्यों के साथ संवाद कर रहे थे।
श्री महाना ने कहा कि विधायकों के बारे में आम राय रहती है कि सदन खत्म होते ही उनका काम खत्म हो जाता है लेकिन ऐसा नहीं है। जनता के प्रति हमारी बड़ी जिम्मेदारी है। इस बात का आप सबको पूरा ख्याल रखना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि महिला सदस्यों की जिम्मेदारी अधिक होती है, क्योंकि उन्हें कई तरह की भूमिकाएं निभानी होती है।
एक महिला सदस्य के सवाल के जवाब में विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि यदि अधिकारी गुमराह करने की कोशिश करें तो आप अपनी योग्यता और तर्कपूर्ण ढ़ग से अपनी बात उनसे कहें। महाना ने कहा कि कोई काम असंभव नहीं होता है। इसलिए अपने क्षेत्र के काम के लिए सदन में सवाल उठायें। उन्होंने सुझाव दिया कि महिला सदस्य जनता के हित के लिए मंत्रियों को पत्र लिखें और उसका जवाब न मिलने पर इसे विधानसभा में उठाने का काम करें, तभी अधिकारियों पर दबाव बनेगा।
अनुपमा जायसवाल ने विधानसभा में हो रहे बदलाव की सराहना करते हुए कहा कि चाहे वह ई-विधानसभा की बात हो अथवा सदन के सदस्यों के जन्म दिन मनाने की बात हो। एक से एक नए कामों से इस बार विधानसभा सदस्यों में एक नया उत्साह देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि इस प्रयास से हम सब बहनों को एक जगह मिलने का अवसर मिला है। आराधना मिश्र ने सलाह दी और कहा कि जमीन पर काम करके ही राजनीति में आगे बढ़ा जा सकता है, क्योंकि जनता के हर एक वोट की जिम्मेदारी आप पर होती है। यदि जनता को अपने नेता पर विश्वास है तो वह हर बार आपको सदन भेजने का काम करती रहेगी।
कृष्णा पासवान ने कहा कि यह जो नई परम्परा है, इसकी जितनी भी सराहना की जाए वह कम है। पहली बार किसी विधानसभा अध्यक्ष ने इस प्रकार का कार्यक्रम आयोजित कर महिला विधायकों को प्रोत्साहित करने का काम किया है। डॉ रागिनी ने कहा कि अध्यक्ष जी हम लोगों को वह गुणसूत्र दें, जिसके कारण आप लगातार एक ही क्षेत्र से आठ बार चुनाव जीत रहे हैं।
कार्यक्रम में अन्य महिला सदस्यों में अर्चना पाण्डेय, अलका सिंह, आशा मौर्या, केतकी सिंह, सरिता भदौरिया, इन्द्राणी देवी, उषा मौर्य, डॉ पल्लवी पटेल, विजमा यादव, सरोज कुरील, रश्मि आर्या, रेखा वर्मा, सलोना कुशवाहा, सरोज सोनकर, मनीषा अनुरागी, डॉ मंजू शिवाच, विजय लक्ष्मी गौतम, पूनम शंखवार, महाराजी प्रजापति, गीता शस्त्री आदि ने अपने-अपने विचार साझा किये।