प्रयागराज. 12 वर्षों के बाद आयोजित होने वाला महाकुंभ (Maha Kumbh) 13 जनवरी को शुरू हुआ, जो 26 फरवरी तक चलेगा. 45 दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक (Religious) और आध्यात्मिक (Spiritual) आयोजन में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक इस बार महाकुंभ में 15 लाख से अधिक विदेशी श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
प्रयागराज में पौष पूर्णिमा पर भजन-कीर्तन और जयकारों के साथ शुरू हुए महाकुंभ 2025 में आज पहला अमृत स्नान है. मकर संक्रांति के मौके पर विभिन्न अखाड़ों के नागा साधुओं ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई, जिसे ‘अमृत स्नान’ (Amrit Snan ) (शाही स्नान) कहा जाता है. यह महाकुंभ 12 वर्षों के बाद आयोजित किया जा रहा है, हालांकि संतों का दावा है कि इस आयोजन के लिए 144 वर्षों के बाद एक बहुत ही दुर्लभ मुहूर्त बना है, जो समुद्र मंथन के दौरान बना था. 12 वर्षों के बाद आयोजित होने वाला महाकुंभ 13 जनवरी को शुरू हुआ, जो 26 फरवरी तक चलेगा. 45 दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक इस बार महाकुंभ में 15 लाख से अधिक विदेशी श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
सनातन धर्म का ज्ञान दुनिया से साथ साझा करना है: विदेशी श्रद्धालु
रूस की एक और श्रद्धालु नृत्य तरंगिनी ने कहा, ‘मूल रूप से मैं रूस से हूं लेकिन मैं वृंदावन में रहती हूं… मैं बहुत उत्साहित हूं क्योंकि इस महाकुंभ मेले में भाग लेने का यह एक दुर्लभ अवसर है. क्योंकि यह बहुत खास है… हम सनातन धर्म का ज्ञान दुनिया के साथ साझा करना चाहते हैं.’
रूस की रहने वाली प्रियमदासी ने कहा, ‘मैं वृन्दावन में रहती हूं, लेकिन मैं मूल रूप से रूस से हूं… हम सनातन धर्म का प्रचार करने के उद्देश्य से अपने गुरु के मार्गदर्शन में यहां आए हैं. हम इस ज्ञान को लोगों के साथ साझा करना चाहते हैं. हम भगवत गीता लेकर आए हैं. हम लोगों को उनके वास्तविक जीवन और धर्म के बारे में याद दिलाना चाहते हैं और यह भी बताना चाहते हैं कि लोग इस दुनिया में कैसे खुश रह सकते हैं… व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं.’
महाकुंभ में करोड़ों की भीड़ में कोई ब्राह्मण या शूद्र नहीं, केवल हिंदू और हिंदू संस्कृति है: स्वामी चिदंबरानंद
महानिर्वाण अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद ने कहा, ‘हम महाकुंभ में भारतीय सभ्यता की भव्यता का अनुभव कर रहे हैं. करोड़ों लोग हमारी संस्कृति का गौरव देख रहे हैं. हर तरफ खुशी और उत्साह है. लोग ठंड को भूल कर रात दो बजे से ही संतों के दर्शन का इंतजार कर रहे हैं. यहां अविश्वसनीय दृश्य हैं. जो लोग जातीय विभाजन पैदा करते हैं और हमारे धर्म पर दोषारोपण करते हैं, उन्हें यहां आकर देखना चाहिए कि करोड़ों की भीड़ में कोई ब्राह्मण या शूद्र नहीं है, केवल हिंदू और हिंदू संस्कृति है.’
महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है. संगम पर डुबकी के लिए कड़ाके की ठंड की चिंता किए बिना देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. विदेशी भक्त भी महाकुंभ पहुंच रहे हैं. कुंभ मेला क्षेत्र दिव्य सजावट और भव्य तैयारियों से जगमगा उठा है. चारों ओर आध्यात्मिकता का प्रकाश और धर्म की गूंज है. आज मकर संक्रांति पर्व पर अखाड़ों का अमृत स्नान करीब साढ़े नौ घंटे तक चलेगा. शिविर से निकलने और वापस आने में 12 घंटे से भी अधिक समय लगेगा.
आनंद अखाड़ा के आचार्य मंडलेश्वर बालकानंद जी महाराज मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर पहले अमृत स्नान के लिए जुलूस का नेतृत्व करते हैं. 13 अखाड़ों के साधु आज गंगा, यमुना और ‘रहस्यमय’ सरस्वती नदियों के पवित्र संगम त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगा रहे हैं.
प्रथम अमृत स्नान पर सीएम योगी ने दी सभी श्रद्धालुओं को बधाई
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर महाकुंभ की तस्वीरें साझा की हैं और लिखा कि यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है. आज आस्था के महापर्व ‘मकर संक्रांति’ के पावन अवसर पर महाकुंभ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर प्रथम अमृत स्नान कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं को बधाई.
महानिर्वाण अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने किया अमृत स्नान
मकर संक्रांति पर अमृत स्नान करने के बाद महानिर्वाण अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने कहा कि यहां बहुत भीड़ है, लेकिन सब कुछ जिस तरह से प्रवाहित होता है, वह अद्भुत है. हर कोई पवित्र स्नान के लिए जगह ढूंढ़ लेता है. मुझे लगता है कि यह सब यहीं देखना संभव है.
‘सभी अखाड़े अमृत स्नान के लिए आगे बढ़ रहे’
मकर संक्रांति के पहले अमृत स्नान के दिन एसएसपी कुंभ मेला राजेश द्विवेदी ने कहा, “सभी अखाड़े अमृत स्नान के लिए आगे बढ़ रहे हैं. स्नान क्षेत्र तक जाने वाले अखाड़ा मार्ग पर पुलिस के जवान तैनात हैं. अखाड़ों के साथ पुलिस, पीएसी, घुड़सवार पुलिस और अर्धसैनिक बल भी मौजूद हैं.”
महानिर्वाणी पंचायती अखाड़े के संतों ने लगाई पवित्र डुबकी
महानिर्वाणी पंचायती अखाड़े के साधुओं ने मकरसंक्रांति पर त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ 2025 के पहले अमृत स्नान की शुरुआत करते हुए पवित्र डुबकी लगाई.
त्रिवेणी संगम पर पहुंचे निरंजनी अखाड़े के संत
13 अखाड़ों के संत आज त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाएंगे. निरंजनी एवं आनंद अखाड़ा के संत अमृत स्नान के लिए त्रिवेणी संगम पर पहुंचे हैं.