भोपाल । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है राज्य में वृक्षारोपण का विशेष अभियान चलाया जाएगा और साढ़े पांच करोड़ पौधे रोपे जाएंगे। राज्य में विश्व पर्यावरण दिवस से जल गंगा संवर्धन अभियान की शुरुआत हुई है और यह गंगा दशहरा 16 जून तक चलेगा।
गुरुवार को राजधानी के छोटे तालाब के खटला पुरा घाट पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर पर मुख्यमंत्री यादव ने कहा, विश्व पर्यावरण दिवस से गंगा दशमी तक लगातार अभियान चलेगा। उसके बाद हरियाली अमावस्या पर दूसरा कार्यक्रम चालू होगा। स्वच्छता अभियान के बाद जो भी जल संरचना है उनके संरक्षण पर ध्यान दिया जाएगा और वृक्षारोपण किया जाएगा। राज्य में साढ़े पांच करोड़ पौधे रोपे जाएंगे।
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस मौके पर कहा, नगरीय क्षेत्र में जितनी भी जल संरचना हैं, उन सारी संरचना को संवारने का काम किया जाएगा। नर्मदा नदी देश की सबसे कम प्रदूषित नदी है। इस नदी के किनारे बसे नगरीय निकायों से गंदा पानी नहीं जाएगा, एक साल के भीतर इसे बंद कर दिया जाएगा। थोड़ा बहुत प्रदूषण जो नर्मदा नदी में है, उसे खत्म किया जाएगा। इसके साथ ही नर्मदा नदी के किनारे खेती करने वाले किसानों से आग्रह किया जाएगा कि वह यूरिया का उपयोग न करें बल्कि जैविक खाद का उपयोग करें। इससे नर्मदा नदी का प्रदूषण और भी कम होगा।
महापौर मालती राय ने कहा, राजधानी के तालाब, कुएं और बावड़ी के पानी का हर संभव उपयोग किया जाएगा। इन सभी स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा और उपलब्ध पानी जिस योग्य होगा, उसी के मुताबिक उसका उपयोग किया जाएगा। भोपाल की हरियाली और स्वच्छता में आम जनता का सहयोग जरूरी है। जनता के सहयोग के बिना इसे सफल नहीं बनाया जा सकता।
इस मौके पर मुख्यमंत्री यादव, नगरीय प्रशासन मंत्री विजयवर्गीय, राज्य सरकार की मंत्री प्रतिभा बागरी, कृष्णा गौर, महापौर मालती राय आदि ने छोटे तालाब में स्वच्छता अभियान चलाया।
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर बेतवा नदी के उद्गम स्थल पर जल गंगा संवर्धन अभियान की शुरुआत की गई है। यह अभियान 16 जनवरी तक चलेगा और इस दौरान राज्य की 990 जल संरचनाओं को संवारा जाएगा। इस पर 3000 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च होगी।
इस अभियान के समापन मौके पर 16 जून को उज्जैन में भव्य समारोह होगा।