पुणे: नौकरी दिलाने के नाम पर देश भर में जमकर फ्रॉड (fraud) हो रहा है। बेरोजगार लोग (Unemployed people) जैसे तैसे कर नौकरी पाना चाहते हैं। कई बार जॉब पाने के लिए अपना घर, गहने आदि तक बेच देते हैं। वहीँ विदेश में नौकरी पाने के लिए लोग कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाते हैं। वह चाहते है कि एक बार किसी तरह से विदेश ने नौकरी मिल जाए तो सब ठीक हो जाएगा। बस लोगों की इसी मजबूरी का फायदा उठाने के लिए ठग के कई गिरोह एक्टिव हैं। ऐसे ही एक गिरोह को मुंबई क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) की टीम ने पकड़ा है। जो विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे लेते थे। खास बात यह है कि ये सभी विदेशी हैं जो भारत में अपना नेटवर्क चला रहे थे।
पुणे, DCP साइबर, बालसिंग राजपूत (Balsingh Rajput) ने बताया कि 4 अभियुक्तों को पकड़ा है जो लोगों के साथ जॉब फ्रॉड करते थे। ये चारों अभियुक्त अलग-अलग देश के हैं। एक अभियुक्त ज़ाम्बिया (Zambia,), दो महिला अभियुक्त यूगांडा और नामीबिया और चौथा अभियुक्त घाना से है। इन सभी को गिरफ्तार किया गया है। आगे की पूछताछ की जा रही है। बालसिंग राजपूत ने बताया कि ये लोगों को US जाने के लिए वीजा और वहां नौकरी देने के लिए पैसा मांगते थे। इस केस के फरियादी से इन्होंने 26 लाख रुपए लिए थे। ये दूसरे के नाम के बैंक खाते, मेल आईडी और नंबर का इस्तेमाल करते थे। जानकारी मिलने पर जाल बिछा कर इन्हे तबोच लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि ये लोग बड़ा रैकेट चला रहे थे। भारत में नौकरी के नाम पर कई लोगों को शिकार बनाता चाहते थे। ये 2 लाख लोगों के साथ जॉब फ्रॉड और 1 लाख से अधिक लोगों से अलग तरीके से धोखाधड़ी करने वाले थे। इन्हें 22 तारीख को पुणे से पकड़ा गया है और अभी पुलिस हिरासत में हैं। हमें पता चला है कि इन्होंने और जगहों पर भी धोखाधड़ी की है, हम पता लगा रहे हैं।