मुंबई: मुंबई में पिछले 10 दिनों से उत्साह के साथ मनाए जा रहे गणेशोत्सव (Ganeshotsav) का आखिरी दिन है। आज बाप्पा (Bappa) को आखिरी विदाई दी जाएगी। प्राकृतिक स्थलों और कृत्रिम तालाबों में विसर्जन के लिए बीएमसी (BMC) ने भी कमर कस ली है। बीएमसी अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी भिडे ने विसर्जन को लेकर कहा कि बीएमसी, पुलिस प्रशासन के सहयोग से विसर्जन के लिए पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं।
अश्विनी भिडे ने बताया कि कोविड के कारण पिछले 2 वर्ष गणेशोत्सव को मर्यादित कर दिया गया था। इस वर्ष पूरे हर्षोल्लास के साथ गणेशोत्सव मनाया जा रहा है। कोविड से पहले की तरह बीएमसी ने गणपति प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए जोरदार तैयारी की है।
24 विभागों में 188 नियंत्रण कक्ष बनाए गए
अश्विनी भिडे ने बताया कि बीएमसी के 24 विभागों में 188 नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। विसर्जन के लिए बीएमसी ने इस वर्ष 73 प्राकृतिक विसर्जन स्थल और 162 कृत्रिम तालाब बनाए हैं। लोगों को अपने नजदीक विसर्जन स्थल की सरलता से जानकारी मिल सके इसलिए लोगों को वाट्सअप चैटबोट की 8999228999 की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
मोटर बोट की सुविधा
बीएमसी ने विसर्जन के लिए जगह-जगह 786 जीवन रक्षकों को तैनात किया है। प्राकृतिक विसर्जन स्थलों पर 45 मोटरबोट और 39 जर्मन ताफा की व्यवस्था की गई है। बरसात अथवा हाई टाइड के कारण बीएमसी ने लोगों से आग्रह किया है वे प्रतिमाओं को संकलन केंद्र पर दें जिससे उनका विसर्जन किया जा सके।
ऐसी है तैयारी
बीएमसी ने समन्वय स्थापित करने के लिए प्रमुख चौपाटियों पर 211 स्वागत कक्ष बनाए हैं। समुद्री किनारे पर उजाला बनाए रखने के लिए 3069 फ्लड लाइट और 71 सर्च लाइट लगाए गए हैं।
प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था
बीएमसी ने विसर्जन स्थलों पर 188 प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बनाए हैं, जबकि 83 एंबुलेंस भी तैनात की गई हैं। विसर्जन के समय जमा होने वाले हार फूल के लिए 357 निर्माल्य कलश और 287 वाहन को लगाया गया है। विसर्जन स्थल पर 134 मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की गई है।
जर्जर पुलों पर भीड़ नहीं करने की अपील
बीएमसी ने मुंबई के 13 जर्जर हो चुके पुलों पर भीड़ नहीं करने की अपील की है। मुंबई पुलिस, मुंबई ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से इन ब्रिजों पर ट्रैफिक नियंत्रण की कोशिश की जाएगी। विसर्जन के साथ जाने वाले वाहनों को जहां पार्किंग की व्यवस्था है, वहां वाहनों को पार्क कर सकते हैं, लेकिन जहां पार्किंग की व्यवस्था नहीं है वहां पर एकतरफा मार्ग बनाया गया है। एक तरफ से वाहन प्रवेश करेंगे और दूसरी तरफ निकल कर चले जाएंगे।
सभी पहलुओं की हुई समीक्षा
बीएमसी और पुलिस प्रशासन ने उत्तर मुंबई के सभी प्रमुख विसर्जन स्थलों के साथ कृत्रिम तालाबों पर अपनी तैयारी पूरी कर ली है। पुलिस और महानगरपालिका की संयुक्त बैठक में सभी पहलुओं की समीक्षा की गई। मालाड पश्चिम के मढ़, मार्वे और बोरीवली पश्चिम के गोराई समुद्री बीच पर गोरेगांव से लेकर दहिसर तक के बड़े छोटे मंडलों के हजारों गणपति यहां आते हैं, इसलिए बीएमसी का यहां विशेष फोकस है। विसर्जन स्थलों पर प्रकाश और ध्वनि व्यवस्था के साथ घाटों पर स्टील की प्लेटें बिठाई गई हैं ताकि वाहनों को विसर्जन स्थल तक आने में आसानी हो।
लालबाग के राजा का विसर्जन अंतिम में
सबसे आखिर में लालबाग के राजा का विसर्जन होता है। भारी भीड़ के बीच लालबाग से गिरगांव की चौपाटी की दूरी तय करने में ही घंटों चले जाते हैं, इसलिए विसर्जन करने में सुबह के 5 बज जाते हैं।