नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार को कहा कि उसने मारे गए गैंगस्टर जितेंद्र गोगी के चार शार्पशूटरों को गिरफ्तार किया है, जो हत्या और जबरन वसूली सहित दो दर्जन आपराधिक मामलों में वांछित चल रहे थे। आरोपियों की पहचान अमन, प्रदीप, रोशन और अंकित के रूप में हुई है। डीसीपी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि एसीपी संजय दत्त और उनकी टीम चारों आरोपियों के बारे में एक गुप्त सूचना पर काम कर रही थी।
डीसीपी रंजन ने कहा, 16 नवंबर को गुप्त सूचना मिली थी कि अमन और रोशन कुछ आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भीकाजी कामा पैलेस आने वाले हैं। तभी एक टीम को तुरंत इलाके में भेजा गया। पुलिस ने वहां देखा कि अन्य दो आरोपी भी वहां मौजूद थे। चारों अलग-अलग दोपहिया वाहनों पर आए थे, सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।”
पूछताछ में खुलासा हुआ कि जुलाई माह में अमन ने अपने साथी मुख्तार के साथ मिलकर बिंदापुर क्षेत्र में कपिल नाम के शख्स पर फायरिंग की थी। कपिल की गर्दन पर गोलियां लगीं लेकिन वह बच गया। तब से अमन फरार चल रहा था।
अप्रैल 2017 में अमन और कपिल के बीच दुश्मनी चल रही थी, तभी उसके साथियों ने मुस्तफा की हत्या कर दी थी, जो अमन का बहुत करीबी दोस्त था और मुख्तार का बड़ा भाई था। जब वह भाग रहा था, तब अमन ने रोशन और अंकित के साथ मिलकर डकैती करने के लिए एक दोपहिया वाहन चुराया। आरोपियों ने दिल्ली छावनी में राकेश वर्मा की सोने की चेन छीनने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। तीनों ने पंकज को भी मार दिया, जिसका रोशन की पत्नी के साथ अफेयर चल रहा था।
पूछताछ के दौरान यह भी पता चला कि कई बार उन्होंने अवैध शराब तस्करों और जुआरियों पर गोलियां चलाईं और पैसे वसूले, लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया क्योंकि कोई शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आया।