जमशेदपुर: जमशेदपुर शहर के टेल्को थाना क्षेत्र अंतर्गत सबुज दुर्गा पूजा पंडाल में सोमवार को अपराधियों ने रंजीत सिंह नामक एक शख्स को गोलियों से भून डाला। उसे गंभीर हाल में टाटा मेन हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस वारदात को गैंगवार का परिणाम माना जा रहा है।
रंजीत सिंह खुद आपराधिक बैकग्राउंड वाला युवक था। वह हाल तक एक आपराधिक मामले में जेल में बंद था और बीते 20 सितंबर को जमानत पर बाहर आया था। बताया जा रहा है कि रंजीत सिंह अपनी 13 साल की बेटी तरण कौर को लेकर पूजा पंडाल गया था। इस दौरान कुछ लोग उसके पास बात करने पहुंचे और फिर रंजीत सिंह की बेटी को पकड़कर ले जाने लगे। रंजीत बेटी को बचाने के लिए आगे बढ़ा तो अपराधियों ने उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। हैरत की बात यह कि पंडाल के पास से पुलिसकर्मियों की तैनाती थी। इसके बावजूद अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक पर सवार होकर फरार हो गये। पंडाल में गोली चलने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। लोग इधर-उधर भागे। कोई कुछ समझ पाता, उसके पहले ही अपराधी भाग गये।
जानकारी मिली है कि रंजीत सिंह जमशेदपुर के अमरनाथ सिंह गिरोह से जुड़ा हुआ था। उसपर अवैध हथियार रखने सहित कई आपराधिक मामले दर्ज थे। अप्रैल, 2021 में उसे पुलिस ने जमशेदपुर के परसुडीह इलाके से गिरफ्तार से कर जेल भेजा था। लगभग डेढ़ साल बाद उसे जमानत मिली थी। माना जा रहा है कि रंजीत की हत्या में प्रतिद्वंद्वी आपराधिक गुट का हाथ है।
रंजीत की बेटी तरण कौर ने पुलिस को बताया है कि हमलावरों की संख्या चार थी, जो दो बाइक पर सवार होकर आये थे। पापा से बात करने के दौरान उन्होंने उसे पकड़ा। पापा उसे छुड़ाने के लिए बढ़े तो उनपर कई गोलियां बरसायी गयीं। तरण ने अपनी मां को फोन पर बताया था कुछ लोग उसके पापा के साथ झगड़ा कर रहे हैं। वारदात की जानकारी मिलते ही सिटी एसपी विजय शंकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि अपराधी जल्द ही पकड़े जायेंगे। अपराधियों की संख्या चार से भी ज्यादा हो सकती है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।