हैदराबाद : तेलंगाना के हैदराबाद में दो समुदायों के बीच एक अद्भुत भाईचारा देखने को मिला। यहां मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति ने अपने हिंदू दोस्तों के साथ मिलकर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की। यह वाकई में एक सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को दर्शाता है। दोस्तों के समूह ने रोशनी और फूल-मालाओं से सजाए गए पंडाल में स्थापित गणपति प्रतिमा की पूजा भी की। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए हैदराबाद के राम नगर के निवासी मोहम्मद सिद्दीकी ने कहा, ‘हम पिछले 18 वर्षों से रामनगर में धार्मिक रूप से भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित कर रहे हैं। क्षेत्र के मुस्लिम, सिख और ईसाई समुदाय के सभी लोग उत्सव में भाग लेते हैं।’
मोहम्मद ने आगे कहा, ‘हम त्योहार बहुत धूमधाम और खुशी के साथ मनाते हैं। मेरे हिंदू दोस्त भी मेरे साथ रमजान समारोह में हिस्सा लेते हैं, वे गली में इफ्तार का आयोजन करते हैं और दान भी देते हैं।’ सिद्दीकी के एक दोस्त साई ने ANI से कहा, ‘हम बचपन से दोस्त हैं और इसलिए हम सभी समारोहों में एक साथ हिस्सा लेते हैं। हम 18 साल से हर साल गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते आ रहे हैं। हम बहुत ही भव्य तरीके से विसर्जन करते हैं। 9 दिनों तक हर दिन आनंदन और पूजा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।’
एक अन्य मित्र रामू ने कहा, ‘सिद्दीकी हमारा भाई है और जब हम बच्चे थे तब से वह हमारे साथ यहां गणेश प्रतिमा स्थापित करता आ रहा है। हम आगमन से लेकर विसर्जन तक उसके साथ खड़े हैं। हम इफ्तार देकर और क्षेत्र में जश्न मनाकर भी रमजान मनाते हैं। हम रमजान में उनके घर पर शीर भी खाते हैं। ‘हम बिना किसी सांप्रदायिक भावना के एक-दूसरे के साथ रहते हैं।’
बता दें कि शुक्रवार को, मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा मंडल को महज दो दिनों में कथित तौर पर एक करोड़ रुपये से अधिक का दान मिला। गणेश चतुर्थी के दूसरे दिन लालबागचा राजा मंडल को साठ लाख से ज्यादा का दान मिला। मंडल के अनुसार, उत्सव के दो दिनों में कुल 1,02,62,000 से अधिक पैसे प्राप्त किए गए।
भगवान गणपति की मूर्ति को दान के रूप में 183.480 ग्राम सोना और 622 ग्राम चांदी का चढ़ावा मिला है। बता दें कि गणेश चतुर्थी, 10 दिवसीय त्योहार हैं, जो हिंदू चंद्र कैलेंडर माह ‘भाद्रपद’ के चौथे दिन शुरू होता है, इस साल यह 19 सितंबर को शुरू हुआ है। यह शुभ 10 दिवसीय त्योहार ‘चतुर्थी’ से शुरू होता है और ‘अनंत चतुर्दशी’ पर समाप्त होगा।
भक्तों का पंडाल में जमावड़ा
यह मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें लाखों भक्त भगवान गणेश से आशीर्वाद लेने के लिए मंडलों में एकत्रित होते हैं।