नई दिल्ली: गो फर्स्ट ने एक बार फिर से ऑपरेशनल इश्यू का हवाला देते हुए 28 मई तक के लिए सभी फ्लाइट्स कैंसल करने का ऐलान किया है. एयरलाइन ने पैसेंजर्स से इस बात का भी वादा किया है कि उनका रिफंड वापस किया जाएगा. एएनआई की ओर से जारी किए गए ट्वीट के अनुसार कंपनी ने कहा कि हम स्वीकार करते हैं कि फ्लाइट कैंसल होने से आपकी ट्रैवल प्लानिंग में बाधा पहुंच सकती है, लेकिन आपकी हर संभव मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानी डीजीसीए द्वारा एयरलाइन को फ्लीट, पायलट और मेंटेनेंस प्लांस समेत रिस्ट्रक्चरिंग या रिवाइवल योजना सामने रखने के लिए 30 दिन का समय दिया है. जिसके बाद कंपनी की ओर से यह बयान सामने आया है. लो कॉस्ट एयरलाइन ने 3 मई को उड़ान बंद कर दी थी और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के सामने वॉलेंटरी सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन कार्रवाई रही है.
डीजीसीए के अधिकारी के अनुसार, एयरलाइन को दोबारा से शुरू करने के लिए कंपनी ने रिस्ट्रक्चरिंग प्लान तैयार करना है. इसके लिए कंपनी की ओर से एक महीने के मोराटोरियम की डिमांड की है. अधिकारी ने कहा कि कंपनी एयरलाइन को दोबारा से शुरू करने से पहले अपनी प्लानिंग को जरूरी रेगूलेटरी मंजूरी के लिए डीजीसीए के सामने पेश करेंगे. डीजीसीए के सामने गो फर्स्ट का एक्शन प्लान सामने आने के बाद रिवाइवल प्लान का आकलन करेगा.
एयरलाइन को फिर से शुरू करने के लिए फंड के संबंध में, गो एयरलाइंस के सीईओ कौशिक खोना ने पहले आईएएनएस को बताया था कि कंपनी को इमरजेंसी लाइन क्रेडिट गारंटी स्कीम के तहत स्वीकृत 1,500 करोड़ रुपये में से 208 करोड़ रुपये का बैलेंस अमाउंट अभी तक नहीं मिला है. उनके अनुसार, एयरलाइन को शुरू करने के लिए हर रोज लगभग 17-18 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी. खोना ने यह भी कहा था कि याचिका स्वीकार करने के बाद एयरलाइन जल्द ही 7/8 दिनों में अपने विमानों के साथ फिर से उड़ान भर सकेगी.