गोंदिया: अजगर सांपों का झुंड मिला, कांप उठी रूह

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Gondia : एक दो नहीं बल्कि झुंड के झुंड में अजगर सांप मिलते ही यह खबर आसपास के रिहायशी इलाके में आग की तरह फैल गई इस रेस्क्यू ऑपरेशन को देखने के लिए लोगों की काफी संख्या में भीड़ जुट गई।

रिहायशी इलाके से सटे खेत में मिले 5 अजगर , वन विभाग की देखरेख में किया रेस्क्यू

18 फरवरी शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक वन विभाग कर्मचारियों की देखरेख में चले रेस्क्यू के बाद 8 से 9 फिट लंबे 5 अजगर सांपों को खेत में बने दीमक के डुंबर से सुरक्षित बाहर खींचने के बाद अलग-अलग बोरों में डाला गया और और उन्हें पांगड़ी जलाशय से सटे झाड़ियों में सुरक्षित विचरण हेतु छोड़ दिया गया और पांचों अजगर जंगल की तरफ निकल गए।
एक जगह से इतनी बड़ी तादाद में अजगरों का मिलना संभवतः यह गोंदिया(Gondia )की पहली घटना है।

Gondia रिहायशी इलाके में दो-चार दिनों से रेंगते दिख रहे थे अजगर

दरअसल कारंजा बाईपास रोड पर कलेक्टर ऑफिस से 200 मीटर दूर किसान चौक के पास नाले से सटे खेत में पिछले 2-4 दिनों से अजगरों को यहां एक साथ रेंगते देखा गया , जिसकी सूचना इलाके के निवासी श्री कापसे ने सर्प मित्र बंटी शर्मा को दी।
अजगर अपने नेचुरल हैबेटाइट (प्राकृतिक आवास) में थे लेकिन बस्ती नजदीक होने से रिहायशी इलाके के लोगों में भय था एवं अजगरों को भी मार दिया जाता इसलिए उन्हें पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ने के लिए सर्पमित्र विशेषज्ञ शशांक लाड़ेकर व सर्पमित्र बंटी शर्मा ने वन विभाग को सूचना देकर उनकी देखरेख में रेस्क्यू चलाया।
इस दौरान नाले के पास स्थित खेत धुरे के दीमक डुम्बर में झांककर देखा तो भीतर अजगर सांप फुंकारता नज़र आया जिसके बाद खास तकनीक के जरिए इस इलाके से विशालकाय 5 अजगर सांपों को बाहर खींचने के बाद बोरे में डाला गया।
पकड़े गए पांच अजगरों में 2 नर और 3 मादा सांप हैं।
बताया जाता है कि यह पीरियड सांपों का ब्रीडिंग सीज़न है शायद इसी वजह से 5 अजगर सांप एक जगह इकट्ठा हुए थे और नैसर्गिक अधिवास में थे परंतु लोगों को परेशानी की वजह से तथा आसपास का रिहायशी इलाका होने की वजह से उन्हें सुरक्षित पकड़ कर पागड़ी जलाशय से कुछ दूरी पर बोरों को रखकर उसका मुंह खोला गया तो अजगर देखते ही देखते सरपट पांगड़ी वन परिसर जंगल की ओर झाड़ियों में सुरक्षित विचरण हेतु चले गए।

सर्पमित्र बंटी शर्मा ने कहा- अजगर जहरीला नहीं होता , अजगर जैसे बड़े सांपों को सुरक्षित तरीके से ही पकड़ा जा सकता है , इसलिए अगर कहीं सांप दिखाई दे तो सर्पमित्र विशेषज्ञों को सूचित करें उसे खुद पकड़ने का प्रयास कदाचित ना करें।
मूक प्राणियों का जीवन और इंसान को खतरे से बचाने हेतु यह रेस्क्यू वन विभाग कर्मचारियों की देखरेख में चलाया गया ।

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