नई दिल्ली: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया लिमिटेड, बोइंग कंपनी के साथ 150 737 मैक्स विमान खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के बेहद ही करीब है. बता दें कि वाहक के निजीकरण के बाद यह पहला प्रमुख विमान ऑर्डर चिह्नित करने जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एयर इंडिया के 50 बोइंग 737 मैक्स जेट के लिए एक फर्म ऑर्डर देने की संभावना है, जिसमें 150 से अधिक का अधिग्रहण करने का विकल्प है. जानकारी हो कि इस साल की शुरुआत में टाटा कंपनी ने कर्ज से लदी एयर इंडिया की कमान संभाली थी.
बोइंग के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से किया मना
हालांकि, बोइंग के प्रवक्ता ने इस खबर पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से मना कर दिया है. जब मीडिया सूत्रों ने कंपनी के प्रवक्ता से इस खबर पर जानकारी मांगी तो उन्होंने इसपर कुछ भी कहने से मना कर दिया है. बताया जा रहा है कि अधिक ईंधन कुशल विमानों को शामिल करने की योजना से एयरलाइन को अपने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिल सकती है. विस्तारा के साथ एयर इंडिया का विलय करने का टाटा का हालिया निर्णय, जिसे उसने सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड के साथ संयुक्त रूप से आयोजित किया है, से दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में से एक में एक विशाल बनने की उम्मीद है.
दूसरा सबसे बड़ा स्थानीय वाहक बनाने के लिए तैयार
एकीकरण 218 विमानों के बेड़े के साथ एयर इंडिया को देश का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय और दूसरा सबसे बड़ा स्थानीय वाहक बनाने के लिए तैयार है. यह सौदा $250 मिलियन के निवेश के लिए सिंगापुर एयर को मर्ज किए गए कैरियर में 25.1% हिस्सेदारी देगा. दोनों साझेदार आने वाले दो वर्षों में विस्तारित एयर इंडिया में नई पूंजी डालने पर सहमत हुए हैं, जिसमें सिंगापुर एयर की हिस्सेदारी संभावित रूप से $615 मिलियन तक है.