उदयपुर हत्याकांड : पीड़ित परिवार को 31 लाख का मुआवजा व दो सदस्यों को नौकरी देगी सरकार
घटना के बाद उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू, पूरे राजस्थान में इंटरनेट सेवा बंद
जयपुर: उदयपुर में तालिबानी अंदाज में एक युवक की हत्या की जांच के लिए राज्य सरकार ने एक एसआईटी का गठन किया है। इस घटना में प्रधानमंत्री को धमकी देने मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेन्सी उदयपुर पहुंच रही है। गहलोत सरकार ने पीड़ित परिवार को 31 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी देने का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने संबंधित चौकी इंचार्ज एएसआई को निलंबित कर दिया है। घटना के बाद आरोपितों ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए एक वीडियो भी जारी किया है।
मंगलवार दोपहर लगभग 2.30 पर धानमंडी स्थित भूतमहल के पास कन्हैयालाल तेली (40) की टेलरिंग की दुकान में घुस कर दो बदमाशों ने तलवार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना के बाद पूरे शहर में आक्रोश व्याप्त हो गया। कुछ ही देर में उदयपुर के कई थाना क्षेत्रों में स्थिति खराब हो गई। प्रशासन को धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता, सूरजपोल, भुपालपुरा और सवीना थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगाने के साथ पूरे राजस्थान में धारा 144 लागू कर इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़ी। प्रशासन को मृतक का शव उठाने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। घटना के सात घंटे बाद प्रशासन शव को उठाने के लिए परिजनों को मना सका। राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को 31 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के दो लोगों को संविदा पर नौकरी देने का ऐलान किया है।
राज्य सरकार ने घटना की गंभीरता को देखते हुए एसओजी एडीजी अशोक राठौड़, एटीएस आईजी प्रफुल्ल कुमार और एक एसपी व एडिशनल एसपी को शामिल कर एक एसआईटी का गठन किया किया है। इस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के उदयपुर में भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा के समर्थन में कुछ दिन पूर्व सोशलमीडिया पर पोस्ट डालने पर मंगलवार को कन्हैयालाल की मंगलवार को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। हमलावर ने उसकी दुकान में घुसकर तलवार से उसकी हत्या कर दी। हमलावरों ने घटना के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर हत्या की जिम्मेदारी भी ली है।