बेंगलुरु: केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को घोषणा की कि अगले तीन साल में 18-20 लाख कन्नड़ युवाओं को विभिन्न प्रकार के कौशल-प्रशिक्षण देकर उन्हें हुनरमंद बनाया जाएगा। श्री चंद्रशेखर ने कहा कि इस अभियान में युवाओं को न केवल कारखाने के कामों में कुशल, बल्कि उन्नत प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में साफ-सुथरे काम के लिए भी योग्य बनाया जाएगा। इसके लिए डिजिटलीकरण के दौर में उन्हें उन्नत प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हुनरमंद बनाया जाएगा।
वह यहां एमईआईटीवाई-नैसकॉम उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) – आईओटी (इंटरेट ऑफ दी थिंग्स) और एआई (कृतृम मेधा) द्वारा आयोजित ‘डीप टेक समिट-ट्रांसफॉर्मेशन थ्रू इंडीजेनस इनोवेशन में स्टार्टअप्स सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने आगामी वित्त वर्ष के बजट में कौशल विकास के लिए 8,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में केंद्र सरकार के प्रयासों से डिजिटल अर्थव्यवस्था का तेजी से विस्तार होने से युवाओं के लिए नये अवसर पैदा हुए हैं।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि आज छोटे शहरों से प्रतिभाएं उभर कर आ रही हैं। इससे नवाचार सिर्फ बड़े शहरों तक अब सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरे देश में नवाचार का माहौल है।