नई दिल्ली: दुनिया के महान फुटबॉलरों में शुमार जर्मनी के पूर्व गोलकीपर ओलिवर कान इस समय भारत के दौरे पर हैं. ओलिवर ने भारत में अपनी एकेडमी की शुरुआत की है. अपने भारत दौरे पर इस महान खिलाड़ी ने मुंबई के जीडी सोमानी स्कूल में बच्चों से मुलाकात की और उनसे बात की. इस दौरान ओलिवर ने कहा कि वह भारत में फुटबॉल को लेकर काफी संभावनाएं देखते हैं. उनका मानना है कि इस खेल को भारत में काफी आगे ले जाया जा सकता है क्योंकि भारत में काफी प्रतिभा है.
ओलिवर के मुताबिक भारत बहुत ही जल्द विश्व फुटबॉल में एक अच्छा मुकाम हासिल करेगा और फीफा वर्ल्ड कप में खेलता नजर आएगा. इस दौरान ओलिवर ने अपने करियर का भी उदाहरण दिया और बताया कि किस तरह उन्होंने अपने करियर में तमाम परेशानियों को पीछे छोड़ते हुए फुटबॉल के क्षेत्र में नाम कमाया और अपने देश के लिए खेलने का सपना सच करने में सफल रहे.
ओलिवर ने भारतीय फुटबॉल की तारीफ करते हुए कहा कि भारत में काफी प्रतिभा है. ओलिवर ने कहा कि उन्होंने भारत में शानदार खिलाड़ी देखे हैं जिनमें बेहतरीन प्रतिभा है और जो सफल होना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत को अपने स्टाइल की फुटबॉल खेलने का तरीका निकालना चाहिए. ओलिवर ने कहा कि उनको लगता है कि भारत बहुत ही जल्द विश्व फुटबॉल में एक दमदार टीम बनकर उभरेगा और वर्ल्ड कप खेलेगा. भारतीय फुटबॉल टीम ने एक भी बार फीफा वर्ल्ड कप नहीं खेला है. ओलिवर ने कहा कि उन्होंने भारत के लोगों में फुटबॉल को लेकर काफी प्यार देखा है और इसलिए उन्हें लगता है कि ये खेल इस देश में काफी आगे जा सकता है.
ओलिवर ने बच्चों से बात करते हुए अपने करियर का उदाहरण दिया और बताया कि वह कैसे इतने ऊंचे मुकाम पर पहुंचे. ओलिवर ने बताया कि उन्होंने ठान लिया था कि वह कभी हार नहीं मानेंगे और इसी कारण वह यहां तक पहुंचे. ओलिवर ने माना कि उनमें कुछ खास टैलेंट नहीं था लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत, प्रतिबद्धता, जुझारूपन और वर्क एथिक्स के जरिए इंटरनेशनल स्तर पर नाम कमाया. उन्होंने कहा कि कई लोग उनसे कहते थे कि वह एक औसत गोलकीपर हैं लेकिन उन्होंने कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया क्योंकि वह अपनी प्रतिभा को जानते थे और इसलिए उन्होंने अपने आप पर विश्वास रखते हुए लगातार मेहनत की जिसका परिणाम उन्हें मिला.