अयोध्या : अयोध्या में राम मंदिर समारोह की तैयारी चल रही है. 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होगा और उसी दिन रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे. राम भक्तों के दान से अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर निर्माणाधीन है और पहला तल बिल्कुल पूरी तरह बनकर तैयार है, जिसमें रामलला की मूर्ति स्थापित की जाएगी. राम मंदिर के लिए अब तक 5500 करोड़ से अधिक का दान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को मिल चुका है और इस मामले में गुजराती सबसे आगे हैं. गुजरात के दो ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने राम मंदिर के लिए सबसे अधिक का चंदा दिया है।
राम मंदिर के लिए सबसे अधिक दान देने वालों की फेहरिस्त में सबसे ऊपर नाम है मोरारी बापू का. गुजरात से आने वाले मोरारी बापू ने राम मंदिर के लिए अब तक का सबसे अधिक दान दिया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, मोरारी बापू ने राम मंदिर के लिए 11.3 करोड़ रुपये का दान दिया है। मोरारी बापू का जन्म न केवल गुजरात के भावनगर में हुआ है, बल्कि आज भी वह वहीं अपने परिवार के साथ रहते हैं. इसके अलावा, अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन के उनके अनुयायियों ने भी सामूहिक रूप से अलग से 8 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को दान देने वाले में गुजरात के ही एक कारोबारी हैं, जिन्होने मोरारी बापू के बाद सबसे अधिक का चंदा दिया है. जी हां, राम मंदिर निर्माण के लिए गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपये का दान दिया है. धन संचय अभियान के तहत राम मंदिर के निर्माण के लिए उन्होंने ट्रस्ट को 11 करोड़ रुपए का चेक सौंपा था. गोविंदभाई ढोलकिया डायमंड कंपनी श्रीरामकृष्णा एक्सपोर्ट्स के मालिक हैं. गोविंदभाई हर साल साल दिवाली के दौरान सूर्खियों में रहते हैं, क्योंकि वो अपने सैकड़ों कर्मचारियों और उनके परिवार वालों को बड़े-बड़े और कीमती गिफ्ट देते हैं. कहा जाता है कि सूरत के हीरा व्यापारी गोविंदभाई ढोलकिया सालों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे हैं।
राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमिक तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अब तक पांच हजार करोड़ से अधिक का दान मिल चुका है. राम मंदिर ट्रस्ट ने देश के 11 करोड़ लोगों से 900 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा था. मगर अब तक भगवान राम के मंदिर के लिए करीब 5500 करोड़ से अधिक का दान प्राप्त हो चुका है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मानें तो राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक करीब 18 करोड़ रामभक्तों ने भारतीय नेशनल बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में करीब 3,200 करोड़ रुपये समर्पण निधि जमा की है. ट्रस्ट ने इन बैंक खातों में आए दान के पैसे की एफडी करा दी थी, जिससे मिलने वाले ब्याज से ही राम मंदिर के वर्तमान स्वरूप तक यानी प्रथम तल का निर्माण हो चुका है।