गुकेश बने सबसे युवा शतरंज चैंपियन, वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब किया अपने नाम

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नई दिल्ली: भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने रोमांचक मुकाबले में 14वीं और आखिरी बाजी में गत चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बने। गुकेश ने 14 बाजी के इस मुकाबले की आखिरी क्लासिकल बाजी जीतकर लिरेन के 6.5 के मुकाबले जरूरी 7.5 अंक के साथ खिताब जीता। यह गेम अंतिम समय तक ड्रॉ होते दिखाई दे रहा था कि लेकिन गुकेश ने अंत समय पर ऐसी चाल चली की बाजी उनके नाम हो गई।

इसके साथ गुकेश ने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के खिताब पर कब्जा जमाया। गुकेश ने 14वीं बाजी चलने के बाद जब जीत सुनिश्चित हो गई तब गुकेश भावुक हो गए। या यूं कहें तो खुशी के आंसू नहीं रोक सके। उन्होंने इस जीत के लिए भगवान का शुक्रिया भी अदा किया। जो आप वीडियो में भी देख सकते हैं।

गुकेश ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने के बाद कहा कि मैं पिछले 10 वर्षों से इस पल का सपना देख रहा था। जब यह पल आया तो मैं थोड़ा भावुक हो गया। मुझे जीत की उम्मीद नहीं थी। लेकिन फिर मुझे आगे बढ़ाने का मौका मिला। गुकेश ने अपने प्रतिद्वंद्वी लिरेन के बारे में कहा कि मेरे लिए डिंग असली विश्व चैंपियन हैं। मुझे डिंग और उनकी टीम के लिए खेद है। मैं अपने प्रतिद्वंद्वी को धन्यवाद देना चाहूंगा। उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया है।

गुकेश की खिताबी जीत से पहले रूस के दिग्गज गैरी कास्पारोव सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन थे जिन्होंने 1985 में अनातोली कार्पोव को हराकर 22 साल की उम्र में खिताब जीता था। गुकेश इस साल की शुरुआत में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने के बाद विश्व खिताब के लिए चुनौती पेश करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। वह दिग्गज विश्वनाथन आनंद के बाद वैश्विक खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं। पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद ने अपना आखिरी खिताब 2013 में जीता था।

खेल मंत्री ने की प्रशंसा

गुकेश ने गैरी कास्परोव के 22 साल, छह महीने और 27 दिन के रिकॉर्ड को तोड़ा, जब उन्होंने 1985 में खिताब जीता था। खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने उन्हें शतरंज का प्रतिभाशाली खिलाड़ी बताया। उन्होंने लिखा, ‘‘प्रतिष्ठित विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीतने और शतरंज के इतिहास में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बनने के लिए डी गुकेश को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। ”

क्या बोले नीरज चोपड़ा

देश के पहले और एकमात्र ट्रैक एंड फील्ड ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बधाई हो, गुकेश। दुनिया में सर्वश्रेष्ठ और ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी। भारत को गर्व है।”

सचिन तेंदुलकर ने भी दी बधाई

महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि अपनी जीत के साथ गुकेश ने अनंत संभावनाओं की दुनिया खोल दी है। तेंदुलकर ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘64 खानों के खेल में आपने अनंत संभावनाओं की दुनिया खोल दी है। बधाई हो डी गुकेश सिर्फ 18 साल की उम्र में 18वें विश्व चैंपियन बनने पर! विशी के नक्शेकदम पर चलते हुए अब आप भारतीय शतरंज के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की अगली लहर का मार्गदर्शन कर रहे हैं। ”

भारत के पहले व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने कहा कि गुकेश ने अपनी शानदार उपलब्धि से एक पीढ़ी को ‘बड़े सपने देखने’ के लिए प्रेरित किया है। बिंद्रा ने कहा, ‘‘गुकेश, विश्व शतरंज चैंपियन बनने पर बधाई। दबाव में आपकी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और शालीनता ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। आपने न केवल एक खिताब जीता है, बल्कि एक पीढ़ी को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया है। ” उन्होंने लिखा, ‘‘ आपको आगे और भी बड़ी सफलता की शुभकामनाएं। ”

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