बिजनौर| गुलदार के हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते चार दिन के भीतर विकास खण्ड में गुलदार सात घटनाओं को अंजाम देकर मासूम सहित दो लोगों को मौत के घाट उतार चुका है। जबकि इस दौरान 3 अन्य ग्रामीणों सहित अनेक मवेशियों को भी गुलदार ने निवाला बनाया। रविवार को देररातघर के आंगन में घुसकर गुलदार ने मासूम बालिका पर हमला करके उसको मौत के घाट उतार दिया।
गुलदार द्वारा रेहड़ थानांतर्गत गांव उदयपुर निवासी रिजवान की 6 वर्षीय पुत्री अर्शी को निवाला बनाए जाने के बाद सोमवार को वन विभाग आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीएफओ अरूण कुमार सिंह विभागीय अमले सहित उदयपुर पंहुचे। उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात करके घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए संवेदना व्यक्त की। इसके बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों तथा परिजनों से आवश्यक जानकारी हासिल कर घटनास्थल का निरीक्षण कर अधीनस्थों सहित घटनास्थल के ईर्दगिर्द काम्बिंग कर हमलावर गुलदार को ढूंढने का प्रयास किया गया।
लेकिन गुलदार का कोई सुराग नहीं लगा। आरओ प्रदीप कुमार शर्मा ने डीएफओ के उदयपुर दौरे की पुष्टि करते हुए बताया कि गश्त बढाए जाने सहित घटनास्थल के समीप एक अन्य पिंजडा लगाया गया है तथा लगातार निगरानी की जा रही है। पीडित परिजनों द्वारा मृतक पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया गया है। विभागीय नियमों के तहत पोस्टमार्टम कराए बगैर मुआवजा दिए जाने का प्रावधान नहीं है। जिसके चलते मुआवजा नही दिया जा सकेगा।