‘रिश्वत लेते हैं हज कमेटी के अधिकारी’, भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर असदुद्दीन ओवैसी ने की CBI जांच की मांग
नई दिल्ली: लोकसभा में मंगलवार (6 अगस्त) को AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हज कमेटी में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया. ओवैसी ने सदन में जोर देकर कहा कि हज कमेटी में गंभीर भ्रष्टाचार चल रहा है और इसकी निष्पक्ष जांच के लिए CBI जांच होना चाहिए. ओवैसी ने जोर देकर कहा कि हज यात्रियों के अधिकारों और उनके पैसे की सुरक्षा के लिए यह जांच जरूरी है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “हज कमिटी के सीईओ की बहाली का एडवर्टाइजमेंट 3 नवंबर 2023 को दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद किसी भी स्थायी सीईओ की बहाली न किए जाने की वजह से अधिकारी भष्ट्राचार में लिप्त हैं. ये अधिकारी हज पर जाने वाले लोगों के लिए खराब व्यवस्था देते हैं.”
AIMIM प्रमुख ने कहा, “स्थायी सीईओ नहीं होने की वजह से हज कमिटी के अधिकारी हज यात्रियों से पैसे लेते हैं, जिसका प्रावधान नहीं है. प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स का लाइसेंस रिन्यू नहीं किया जाता है, जब तक वे रिश्वत के तौर पर प्रति हाजी 1-1 लाख रुपये नहीं दे देते हैं.” ओवैसी ने लोकसभा में कहा, “मैं सरकार से मांग करता हूं कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई जांच की जाए ताकि प्राइवेटर टूर ऑपरेटर्स को भष्ट्राचार से बचाया जा सके.”