Har Ghar Jal Yojana Utsav: पीएम मोदी ने हर घर जल उत्सव को किया संबोधित, कहा- जो सपना देखा था वो साकार हुआ
Har Ghar Jal Yojana Utsav: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई गई हर घर जल योजना के तहत गोवा हर घर जल सर्टिफाइड राज्य बन गया। जिसे लेकर सरकार हर घर जल मिशन का उत्सव मना रही है। वहीं इस दौरान पीएम मोदी ने जनता को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने कहा कि, अमृत काल में भारत जिन विशाल लक्ष्यों पर काम कर रहा है, उससे जुड़े 3 अहम पड़ाव हमने आज पार किए हैं।
पीएम मोदी ने संबोधन के दौरान कहा कि, देश की तीसरी उपलब्धि स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी है। कुछ साल पहले सभी देशवासियों के प्रयासों से, देश खुले में शौच से मुक्त घोषित हुआ था। इसके बाद हमने संकल्प लिया था कि गांवों को ODF प्लस बनाएंगे। देश ने और विशेषकर गोवा ने आज एक उपलब्धि हासिल की है। आज गोवा देश का पहला राज्य बना है, जिसे हर घर जल सर्टिफाई किया गया है।
उन्होंने बताया कहा कि, दादरा नगर हवेली एवं दमन और दीव भी, हर घर जल सर्टिफाइड केंद्र शासित राज्य बन गए हैं। इसको लेकर भी देश ने अहम माइलस्टोन हासिल किया है। अब देश के अलग-अलग राज्यों के एक लाख से ज्यादा गांव ODF प्लस हो चुके हैं। इस बड़ी चुनौती से निपटने के लिए सेवाभाव, कर्तव्यभाव से 24 घंटे काम करने की जरूरत है। हमारी सरकार बीते 8 साल से इसी भावना के साथ water security के लिए काम कर रही है।
आज दुनिया की बड़ी-बड़ी संस्थाएं कह रही हैं कि 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौती water security की होगी। पानी का अभाव विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में भी अवरोध बन सकता है। सरकार बनाने के लिए उतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती, लेकिन देश बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है। हम सभी ने देश बनाने का रास्ता चुना है, इसलिए देश की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का लगातार समाधान कर रहे हैं।
भारत में अब रामसर साइट्स यानि wetlands की संख्या भी बढ़कर 75 हो गई है। इनमें से भी 50 साइट्स पिछले 8 वर्षों में ही जोड़ी गई हैं। यानि water security के लिए भारत चौतरफा प्रयास कर रहा है और इसके हर दिशा में नतीजे भी मिल रहे हैं। सिर्फ 3 साल के भीतर जल जीवन मिशन के तहत 7 करोड़ ग्रामीण परिवारों को पाइप के पानी की सुविधा से जोड़ा गया है। ये कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है।
आजादी के 7 दशकों में देश के सिर्फ 3 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास ही पाइप से पानी की सुविधा उपलब्ध थी। 7 दशकों में जितना काम हुआ था, उससे 2 गुने से ज्यादा काम देश ने 3 साल में करके दिखाया है। नई सरकार बनने के बाद हमने अलग जल शक्ति मंत्रालय बनाया। इस अभियान पर 3 लाख 60 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। 100 साल की सबसे बड़ी महामारी की वजह से रुकावटें आईं, लेकिन इसके बावजूद इस अभियान की गति कम नहीं हुई।