यूपी में 11 अगस्त से 17 अगस्त तक चलाया जायेगा ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम

0 502

लखनऊ। प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक नागरिक के मन में राष्ट्रप्रेम तथा स्वतंत्रता के प्रतीकों के प्रति सम्मान की भावना को जाग्रत करने के उद्देश्य से आगामी 11 अगस्त से 17 अगस्त ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया गया है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद के समस्त सरकारी, सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों, शैक्षणिक संस्थानों, व्यावसायिक एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, गैर सरकारी संगठनों, रेस्टोरेन्ट, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, टोल प्लाजा, पुलिस चौकी/थाना इत्यादि में अनिवार्य रूप से झण्डा फहराया जाये।

मुख्य सचिव ने यह निर्देश समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से दिये। उन्होंने कहा कि जनपद को दिये गये लक्ष्यों के दृष्टिगत पर्याप्त संख्या में झण्डों का निर्माण सुनिश्चित कराया जाये। झण्डों के निर्माण हेतु स्वयं सहायता समूहों, स्थानीय टेलर्स तथा आई0टी0आई0 व अन्य वोकेशनल केन्द्रों के दक्षकारों का चयन करते हुये ‘झण्डा निर्माण समूहों’ का गठन कर लिया जाये।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु बैनर, पम्पलेट, स्टैण्डी, होर्डिंग्स द्वारा स्थानीय भाषा एवं बोली में कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराया जाये। परिवहन निगम की समस्त बसों, निजी बसों, ट्रकों एवं अन्य सार्वजनिक परिवहन साधनों तथा सरकारी वाहनों में ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के संदेश का स्टीकर लगाया जाये।

मुख्य सचिव ने कहा कि कार्यक्रम के कार्यान्वयन हेतु जिलाधिकारी अपनी अध्यक्षता में एक समिति गठित करें तथा लक्ष्य की प्राप्ति हेतु किये गये प्रयासों की नियमित समीक्षा करें। ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम हेतु जनपद के समस्त सरकारी अधिकारी/कर्मचारियों, शिक्षकों, शिक्षामित्रों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कर्मियों, आशा बहुओं आदि को निर्धारित लक्ष्य दिया जाये। झण्डे के निर्माण में निर्धारित मानकों एवं झण्डे के फहराने के नियमों की जानकारी नागरिकों को देते हुये उसका अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये।

मुख्य सचिव ने कहा कि ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी-3 की एल0ई0डी0 स्क्रीन के माध्यम से लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की जाये। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रोजेक्ट जिनकी लागत 3 करोड़ रुपये से कम है, उनकी ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी जनपद स्तर पर मा0 जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में की जानी है। जनपद स्तर पर आयोजित होने वाली ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में लखनऊ में आयोजित जी0बी0सी0-3 के लाइव टेलीकास्ट की भी व्यवस्था की जाये। इसकी समस्त तैयारियां समय से पूर्ण कर ली जायें।

मुख्य सचिव ने कहा कि 21 मई से 21 जून तक चलाये जा रहे अमृत योग माह में अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित करायी जाये। इस कार्यक्रम में ग्राम पंचायतों, सरकारी संस्थानों, कार्यालयों, एसोसिएशन को जोड़ा जाये। ग्रीष्म कालीन अवकाश के बाद स्कूल खुलने पर उन्हें भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जाये। सामूहिक योगा के साथ-साथ घर पर योगा करने वाले नागरिकों का नाम एवं फोटोग्राफ्स आयुष विभाग द्वारा तैयार किये गये पोर्टल पर भी अपलोड करा दी जाये। उन्होंने कहा कि अभिनव प्रयास के द्वारा रिकार्ड ब्रेक करने के प्रयास किये जायें।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी बहराइच द्वारा बी-2 ब्राण्ड बहराइच के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण दिया गया। प्रस्तुतिकरण में उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराना तथा उनकी ब्राण्डिंग के बारे में बताया। जिलाधिकारी मुरादाबाद द्वारा ब्लू रिवाल्यूशन पर प्रस्तुतीकरण दिया गया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत मत्स्य पालन के विकास, प्रबंधन और संवर्धन के लिये कार्यों की जानकारी दी गई।

इसी क्रम में चित्रकूट मण्डल के मण्डलायुक्त ने ग्राम पंचायत सचिवालय के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण देते हुये बताया कि ग्राम पंचायत सचिवालय में प्रधान, पंचायत सचिव, पंचायत सहायक, लेखपाल, किसान सहायक, अवर अभियन्ता विद्युत, रोजगार सेवक, सफाई कर्मी, नलकूप चालक, बैंक सखी आदि के बैठने की व्यवस्था की गई है। सभी कर्मियों के नाम, पदनाम, मोबाइल नं0 व ग्राम सचिवालय में बैठने का दिन निर्धारित कर उसे ग्राम सचिवालय की दीवार पर लिखवाया गया है। जिलाधिकारी संभल ने कम लागत में भूसा भण्डारण एवं प्रबंधन के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी रामपुर ने राजकीय बाल गृह को बच्चों के लिये घर में बदलने के प्रयास के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण दिया गया। उन्होंने बताया कि राजकीय बाल गृह (शिशु) प्रदेश का ऐसा पहला बाल गृह है, जिसे आई0एस0ओ0 9001 सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है।

प्रस्तुतीकरण के उपरान्त मुख्य सचिव ने कहा कि जनपदों द्वारा किये गये अभिनव प्रयास प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सचिवालय में गांव से सम्बन्धित कर्मियों के बैठने से कर्मचारियों को कार्यों के सम्पादन में मदद मिलेगी तथा जनता को अपने कार्यों के लिये इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इसी तरह अन्य अधिकारियों को प्रेरणा लेकर अपने जनपदों में कार्य करना चाहिये। बैठक में सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.