चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 1.89 लाख करोड़ रुपये का राज्य का बजट पेश किया। यह 2023-24 के 1,70,490.84 करोड़ रुपये के संशोधित अनुमान से 11.37 प्रतिशत अधिक है। इसमें कोई नया कर नहीं लगाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कई कदम उठाये हैं। चौदह फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदी जा रही हैं।
खट्टर ने, जिनके पास वित्त विभाग भी है, अपना लगातार पांचवां बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में आठ प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।
भाजपा-जेजेपी के पांच साल के कार्यकाल का यह आखिरी बजट है। राज्य में अक्टूबर में चुनाव होने हैं।
सीएम ने कहा कि मौजूदा कीमतों पर राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय 2014-15 के 86,647 रुपये से बढ़कर 2023-24 में 1,85,854 रुपये होने का अनुमान है, जो 114 प्रतिशत की वृद्धि है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में प्रति व्यक्ति आय 2014-15 में 1,47,382 रुपये सालाना से बढ़कर 2023-24 में 3,25,759 रुपये सालाना होने का अनुमान है, जो 121 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
मौजूदा कीमतों पर 2023-24 में सकल मूल्य वर्द्धन में सेकेंड्री सेक्टर (विनिर्माण उद्योग) की हिस्सेदारी 29.3 प्रतिशत अनुमानित है।
वहीं, तृतीयक क्षेत्र (सेवा क्षेत्र) की हिस्सेदारी बढ़कर 52.6 प्रतिशत और प्राथमिक क्षेत्र की हिस्सेदारी 18.1 प्रतिशत होने का अनुमान है।
खट्टर ने बतायक कि 2023-24 में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रों में क्रमशः 8.6 प्रतिशत, 6.3 प्रतिशत और 13.8 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, “भारत 2023 में 6.7 प्रतिशत की विकास दर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होगा। प्रधानमंत्री ने हाल ही में आयोजित जी -20 शिखर सम्मेलन में अनुकरणीय नेतृत्व प्रदान किया। वर्ष 2047 तक अगले दो दशक अमृत काल होंगे। इस अवधि में, भारत दुनिया के अग्रणी विकसित देशों में से एक होगा और फिर से विश्व नेता बन जाएगा।”