ढाका: हिन्दू संत व इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के पूर्व सदस्य चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका पर आज 3 दिसम्बर कोे सुनवाई होनी है। पिछले सप्ताह चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के पुलिस ने उनको राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया था। चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर मोफिजुर रहमान के अनुसार, मंगलवार को सुनवाई मेट्रोपॉलिटन सत्र न्यायाधीश मोहम्मद सैफ-उल-इस्लाम द्वारा की जानी है। चटगांव कोर्ट के अधिकारी के मुताबिक,यह पहले ही की जानी थी, लेकिन बुधवार को गुरूवार को वकीलों के काम न करने की घोषणा के बाद से इसमें देरी हुई।
बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता दास को सोमवार को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मंगलवार को चटगांव की एक अदालत ने उनको जमानत याचिका को खारिज करते हुए जेल भेज दिया, जिसके बाद से उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह शहर चटगांव में एक वकील की गिरफ्तारी के बाद हुई हिंसा में मौत हो जाने के बाद दास समेत 19 लोगों के खिलाफ 30 अक्टूबर को चटगांव के कोतवाली थाने में राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। जिसमें उन पर हिंदू समुदाय की एक रैली के दौरान चटगांव के न्यू मार्केट क्षेत्र में बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप लगाया गया था। जिस पर कार्रवाई करते हुए बांग्लादेश के अधिकारियों ने गुरूवार को अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) से जुड़े 17 लोगों के बैंक खातों से लेन-देन पर 30 दिनों के लिए रोक लगा दिया । जिसमें पूर्व सदस्य चिन्मय कृष्ण दास का खाता भी शामिल था।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद 2 और हिंदू पुजारियों को गिरफ्तार किया गया है। मिली खबर के अनुसार, रविवार को बांग्लादेश की पुलिस ने चिन्मय दास से जेल में मुलाकात करने वाले दूसरे हिंदू पुजारी रुद्रप्रोति केसब दास और रंगनाथ श्यामा सुंदर दास को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इन गिरफ्तारयों के बाद से ही हिन्दू समाज में काफी रोष है।