मप्र में भारी बारिश का दौर जारी, नदियां उफान पर, कई गांवों में बाढ़ के हालात

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भोपाल: मध्य प्रदेश में बीते दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में सोमवार को सुबह से देर शाम तक झमाझम बारिश का दौर जारी रहा, जिससे नदी-नाले उफान पर आ गए हैं और कई गांवों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने पूर्वी मध्यप्रदेश के कुछ इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है।

मध्यप्रदेश के ज्यादातर शहरों में लगातार भारी बारिश हो रही है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में शनिवार से बारिश निरंतर जारी है। भोपाल में रातभर पानी गिरा और रविवार को दिनभर तेज बारिश का दौर जारी रहा। जिसके चलते राजधानी में जगह-जगह जलजमाव के हालात हो गए हैं। भोपाल में कलियासोत डैम के 13 में से 10 गेट खोल दिए गए। बड़ा तालाब और भदभदा का लेवल बढ़ने के बाद गेट खोलना पड़े। भदभदा के भी 7 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। कोलार के भी दो गेट खोले गए हैं।

नर्मदापुरम में सोमवार सुबह 6 बजे से तवा डैम के सभी 13 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। सभी गेट 16 फीट तक खोल दिए गए हैं। 10 बजे से पहले इन्हें 10-10 फीट खोलकर 1.98 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। अब 3.04 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदापुरम के शोभापुर गांव में स्टेट हाईवे-22 पर बारिश का पानी भर गया है। हाईवे पर 2 घंटे से ट्रैफिक बंद है। उधर, उज्जैन में शिप्रा भी लबालब बह रही है। रायसेन में बारना बांध के 6 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। जबलपुर और मंडला में हो रही बारिश की वजह से नर्मदा पर बने बरगी डैम (जबलपुर) के गेट आज शाम तक खुल सकते हैं।

शिवपुरी में बारिश ने बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैं। गलियों-सड़कों और निचली बस्तियों में पानी भरा हुआ है। शहर में मगरमच्छ घुस आए हैं। श्योपुर में‎ सीप नदी उफना गई है। जिससे यहां बना‎ बंजारा डैम सीजन में दूसरी बार ओवरफ्लो हो गया। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। श्योपुर में हो रही बारिश की वजह से‎ मुरैना में चंबल खतरे के निशान के करीब बह रही है। पार्वती नदी भी उफान पर है। राजगढ़ में सुबह से तेज बारिश जारी है। जिले के खिलचीपुर के स्टेडियम में 15 अगस्त को झंडा वंदन के कार्यक्रम के पहले ही यहां लगाए गए टेंट धराशायी हो गया। स्टेडियम दलदल बन गया है।

बालाघाट जिले में रविवार को हुई बारिश से हालात ज्यादा खराब हो गए। यहां लांजी तहसील के ग्राम दहेगांव,बापडी, परसोड़ी, चीखलामाली, उमरी, सावरीकला का मार्ग बंद हो चुका है। बाढ़ का पानी ग्राम में बढ़ रहा है। परसोड़ी में 10 परिवार को सुरक्षित स्थान में पहुंचा दिया गया है। बाढ़ के चलते 15 गांवों का संपर्क टूट गया है। वारासिवनी क्षेत्र में लगातार हो रही वर्षा से नदी नाले उफान पर है। थानेगांव, महाराजपुर और लालबर्रा मार्ग पर टोंडिया नाले के ऊपर पानी होने से दो दर्जन से अधिक गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। जराह मोहगांव नाले के पुल पर पानी होने से वारासिवनी से जराह मोहगांव मार्ग बंद हो गया है। लांजी आमगांव मुख्यमार्ग बंद हो गया है।

पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बारिश मलाजखंड में और पचमढ़ी में 7-7 इंच हुई। मंडला में 5 इंच, भोपाल में 4 इंच, सागर, सिवनी में 3-3 इंच, नरसिंहपुर में 2-2 इंच पानी गिरा। नर्मदापुरम, खजुराहो, उमरिया में डेढ़-डेढ़ इंच, सीधी, दमोह में एक-एक इंच, गुना, सतना, बैतूल, जबलपुर, नौगांव रीवा, ग्वालियर, रतलाम, धार, इंदौर, शिवपुरी और दतिया में भी बारिश हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से प्रदेश भर में जोरदार बारिश हो रही है। आगामी 24 घंटों के दौरान भोपाल-इंदौर समेत 24 जिलों में भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी मध्यप्रदेश के कई इलाकों में 18 और 19 अगस्त को बारिश के आसार हैं।

 

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