रांची: विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ वापसी करने वाले हेमंत सोरेन एक बार फिर से गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने हेमंत सोरेन को राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण से पहले सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुजी के आवास जा कर उनका आशीर्वाद लिया।अबुआ सरकार के शपथ ग्रहण से पहले आदरणीय बाबा दिशोम गुरुजी और मां का आशीर्वाद लिया।
शपथ ग्रहण समारोह में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई शीर्ष नेता शामिल हो रहे हैं।
अबुआ सरकार के शपथ ग्रहण से पहले आदरणीय बाबा दिशोम गुरुजी और मां का आशीर्वाद लिया… pic.twitter.com/M0cgK6T2LN
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 28, 2024
शपथ ग्रहण से पहले हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक भावुक पोस्ट के जरिए जनता का आभार व्यक्त किया और राज्य के सामाजिक न्याय, एकता और संघर्ष के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने लिखा, “आज का दिन ऐतिहासिक होगा – एक ऐसा दिन जो हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे की भावना और न्याय के प्रति हम झारखंडियों के प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा। झारखंड की महान धरा ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है और झामुमो – भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो- झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों से भरी उसी विरासत को समेटे हर दिन आगे बढ़ रहा है।”
अबुआ सरकार का शपथ ग्रहण समारोह…
जय झारखण्ड!
जय जय झारखण्ड! https://t.co/7uPQnxY8Cd— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 28, 2024
उन्होंने कहा, “आज का यह दिन राजनीतिक जीत के बारे में नहीं है, आज का यह दिन हमारी सामाजिक न्याय के प्रति संघर्ष, सामाजिक एकता को प्रखर करने की हर रोज़ लड़ी जानी वाली लड़ाई को दोहराने का दिन है।आज का यह दिन यह भी बताता है कि लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बीच झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है। आज हर गांव, हर शहर में एक आवाज़ गूंज रहा है – अधिकार, समानता, एकता मतलब झारखंडियत की आवाज। इसमें कोई संदेह न रखें – हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है। जब जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं। जब जब वे हमें शांत करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज और प्रखर होती जाती है क्यूंकि हम झारखंडी हैं, और झारखंडी झुकते नहीं है।”
हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है
हेमंत सोरेन ने आगे कहा, “आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ लेकर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा।” उन्होंने राज्य के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि “हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है। संघर्ष जारी है और आखिरी सांस तक रहेगा।” आपको बता दें कि झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए थे। इसमें हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन को 56 सीटें हासिल हुई हैं। झामुमो को 34, कांग्रेस को 16, राजद को चार और सीपीआई एमएल को दो सीटों पर जीत मिली है। राज्य में पहली बार कोई सरकार दो तिहाई बहुमत के साथ बनने जा रही है।