नई दिल्ली: म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। खासकर म्यांमार में भूकंप का विनाशकारी असर साफ देखा जा सकता है। चारों ओर ढही हुई इमारतें, चीख-पुकार और भयावह मंजर। इस भूकंप ने म्यांमार, थाईलैंड और बैंकॉक को बुरी तरह हिला कर रख दिया है। इस आपदा के बाद भारत समेत कई देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। भारत ने तुरंत राहत सामग्री भेजी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया। म्यांमार में मौतों का आंकड़ा एक हजार के करीब पहुंच चुका है, जबकि थाईलैंड में हताहतों की संख्या अपेक्षाकृत कम बताई जा रही है। आइए जानते हैं कि इन दोनों देशों में कितनी जानें गईं।
भूकंप ने मचाई भारी तबाही
म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। म्यांमार में सबसे अधिक नुकसान हुआ, जहां 1,002 लोगों की मौत हो गई और 2,376 लोग घायल हो गए। वहीं, थाईलैंड में 25 लोगों की जान चली गई और 68 लोग घायल हुए।
बढ़ सकते हैं मौत के आंकड़े
म्यांमार में शुक्रवार को आए भूकंप से अब तक कम से कम 1000 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1670 से अधिक लोग घायल हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार में अकेले 1000 लोगों की जान गई है। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इसी बीच, पड़ोसी देश थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक ऊंची इमारत निर्माण के दौरान गिर गई, जिसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई।
दिल्ली-एनसीआर तक भूकंप का असर
शुक्रवार को म्यांमार में आए भीषण भूकंप से धरती कई बार हिली। भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई, जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास गहराई में था। मांडले में भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गईं। थाईलैंड में भी जोरदार झटके महसूस किए गए, खासकर बैंकॉक और आसपास के इलाकों में। वहां भी काफी नुकसान हुआ और कई इमारतें गिर गईं। इसके अलावा, चीन के यूनान और सिचुआन प्रांतों में भी भूकंप के झटके दर्ज किए गए। भारत में दिल्ली-एनसीआर तक भूकंप का असर महसूस किया गया।