नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन ने भाजपा का दामन थाम लिया। पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में महाजन भाजपा में शामिल हो गए। इस दौरान भाजपा राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी भी मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने हर्ष महाजन का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि इन्होंने 45 वर्षों तक विभिन्न पदों पर रहकर हिमाचल प्रदेश की जनता की सेवा की है और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होकर इन्होंने आज कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। गोयल ने कहा कि उत्तराखंड में हाल ही में भाजपा ने दोबारा सरकार बना कर पहाड़ी राज्य से जुड़े एक मिथक को तोड़ा है और भाजपा हिमाचल प्रदेश में भी भारी बहुमत के साथ दोबारा सरकार बनाएगी।
भाजपा में शामिल होने के बाद हर्ष महाजन ने कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में आज कांग्रेस पूरी तरह से दिशाहीन और नेतृत्वहीन हो गई है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस के पास न तो लीडर है, न ही विजन है और न ही ग्रास रुट लेवल पर काम करने के लिए कार्यकर्ता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हालत अब यह हो गई है कि दिल्ली में जिस तरह मां-बेटे का राज है उसी तरह हिमाचल कांग्रेस में भी आज मां-बेटे का राज ही चल रहा है। लंबे समय तक कांग्रेस की वीरभद्र सरकार में मंत्री रह चुके महाजन ने कहा कि जब तक वीरभद्र सिंह थे तब तक ही वहां कांग्रेस थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व, लोकप्रियता, दूरदर्शिता के साथ-साथ भाजपा के मजबूत संगठन और ठोस चुनावी रणनीति की जमकर तारीफ करते हुए महाजन ने कहा कि भाजपा भारी बहुमत से दोबारा विधान सभा चुनाव जीतने जा रही है। हर्ष महाजन हिमाचल कांग्रेस के बड़े नेता माने जाते हैं और वे लंबे समय तक वीरभद्र सिंह के सहयोगी रहे हैं। उनके पिता देश राज महाजन भी प्रदेश में विधान सभा अध्यक्ष और लंबे समय तक कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।