मुस्लिम छात्रा को घर छोड़ना हिन्दू दोस्त को पड़ा भारी, भीड़ ने कर दिया लहूलुहान

0 116

बेंगलुरु: कर्नाटक में 22 वर्षीय एक हिन्दू शख्स पर मुस्लिम भीड़ ने हमला कर दिया। उक्त शख्स अपनी एक मुस्लिम दोस्त को उसके घर छोड़ने गया था। पीड़ित एवं मुस्लिम छात्रा एक ही कक्षा में पढ़ते थे। शिवमोगा जिले के भद्रावती क्षेत्र में ये घटना हुई है। मुस्लिम छात्रा को उसका हिन्दू दोस्त घर छोड़ने क्यों आया, इससे भड़क कर 5 मुस्लिमों ने उस पर हमला कर दिया। जहाँ लड़की कलंदर नगर में रहती है, वहीं शख्स विश्वेसरैया नगर का रहने वाला है।

दोनों एक पैरामेडिकल कॉलेज में साथ पढ़ते हैं। शनिवार (27 मई, 2023) को छात्रा की बहन सड़क हादसे में चोटिल हो गई थी, ऐसे में उसने अपने दोस्त से उसे घर पहुँचा देने के लिए कहा। जब 20 वर्षीय शख्स अपनी दोस्त को घर छोड़ कर वापस लौट रहा था, तभी झंडाकट्टे के निकट मुस्लिम लड़कों के एक समूह ने उसे घेर लिया। सबसे पहले पीड़ित से उसका नाम पूछा गया। जैसे ही उसने नाम बताया, उस पर हमला कर दिया गया। हिन्दू शख्स की पिटाई भी की गई। मुस्लिम भीड़ पूछ रही थी कि आखिर वो एक मुस्लिम लड़की के साथ क्यों घूम रहा था? इतना ही नहीं, उसके 2 अन्य दोस्तों अभि एवं यशवंत पर भी भीड़ ने हमला कर दिया। घटना के बारे में खबर पाकर ये दोनों दोस्त वहाँ पहुँचे थे। जब स्थानीय लोगों ने इस घटना का विरोध किया तो मुस्लिम भीड़ ने स्थानीय लोगों को भी धमकाया। ओल्ड टाउन पुलिस थाने में इस बाबत FIR दर्ज कर ली गई है।

शिवमोगा के एसपी GK मिथुन ने बताया, पीड़ित विनय कुमार, अभि और यशवंत को पीटने वाले 4 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक अन्य अपराधी फरार है, जिसे पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।” पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा-506 (किसी की जान को खतरा पहुँचाना), 504 (जानबूझकर अपमानित करना), 147 (दंगे करना), 149 (गैर-कानूनी ढंग से भीड़ जुटाना) और 323 (मारपीट) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। एसपी ने चेताया है कि कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करेगी।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.