एक जून का इतिहास :नेपाल रॉयल हत्याकांड:प्रिंस की ज़िद थी मोहब्बत, रानी को थी घराने की चिंता
एक जून का इतिहास (Nepalese royal massacre): साल के छठे महीने का यह पहला दिन इतिहास में अपनी एक खास जगह रखता है। नेपाल में आज के दिन की एक बड़ी घटना ने देश के पूरे इतिहास का रूख मोड़ दिया। इस दिन नेपाल के राजमहल में हुए सामूहिक हत्या कांड में राजा, रानी, राजकुमार और राजकुमारियाँ मारे गए। राजा के भाई ज्ञानेंद्र बीर बिक्रम शाह देश के नये राजा बने।
वर्ष 2001 में वह जून की पहली जून तारीख थी, जब नेपाल के युवराज दीपेन्द्र ने अपनी माँ, पिता और भाई सहित परिवार के 11 सदस्यों की हत्या कर खुद को गोली मार ली। इस घटना में नेपाल के तत्कालीन राजा बीरेन्द्र बीर बिक्रम शाह, उनकी पत्नी ऐश्वर्या और दीपेन्द्र के छोटे भाई-बहन राजकुमार निरंजन और राजकुमारी श्रुति सहित कुल 11 लोग मारे गए। बाद में घटना की जांच रिपोर्ट में कहा गया कि युवराज ने शराब के नशे में इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
1 जून 2001 को नेपाल के राजमहल में राजपरिवार के सामूहिक हत्याकांड में रहस्य छुपे हुए हैं. सच क्या था? क्या प्रिंस दीपेंद्र और सिंधिया परिवार की देवयानी के प्रेम संबंध के कारण बढ़ी मां—बेटे की कलह थी इस नरसंहार की वजह? (A royal massacre)
एक जून का इतिहास (Nepalese royal massacre) : प्रिंस दीपेंद्र को मां यानी नेपाल की रानी ऐश्वर्या ने शादी के बारे में बात करने के लिए बुलाया. रानी ऐश्वर्या ने कहा कि वह चाहती हैं कि प्रिंस की शादी हो जाए और इसके लिए वह दुल्हन का चुनाव कर रही हैं.प्रिंस को ऐसा आभास तो था कि उनकी मर्ज़ी पर ऐतराज़ होगा लेकिन इतना सख़्त होगा, यह उम्मीद नहीं थी. प्रिंस ने अपनी मां को मनाने का निश्चय किया और दोबारा बात करने की कोशिश के लिए खुद को तैयार किया. एक दिन फिर प्रिंस अपनी मां के पास पहुंचा और उसने कहा कि वह शादी के बारे में बात करना चाहता है तो रानी ऐश्वर्या ने फिर इनकार करते हुए कहा कि उसके लिए दुल्हन उन्होंने चुन ली है. इस बार प्रिंस दीपेंद्र नाराज़ हो गया और यह बोलकर वहां से चला गया कि वह शादी करेगा तो देवयानी से ही.
कहा जाता है कि वर्ष 2001 में नेपाल के राजकुमार दीपेंद्र ने इस वारदात को इसलिए (nepal royal family massacre)अंजाम दिया था क्योंकि वह अपनी पसंद से विवाह करना चाहते थे, लेकिन शाही परिवार इससे सहमत नहीं था. इस पर क्रोध में आकर दीपेंद्र ने राजमहल में अपने परिवार पर गोलियां बरसा दी थीं. इस दिल दहला देने वाले हत्याकांड के बाद ज्ञानेंद्र बीर बिक्रम शाह नेपाल के नए राजा बने थे.
दीपेंद्र ने ली थी मिलिट्री की ट्रेनिंग
7 जून, 1971 को जन्मे दीपेंद्र की शुरुआती पढ़ाई काठमांडू में हुई थी. इसके बाद वह इंग्लैंड चले गए और वहां से पढ़ाई की. इसके बाद नेपाल की त्रिभुवन यूनिवर्सिटी और मिलिट्री एकेडमी ज्वाइन किया. उन्होंने त्रिभुवन यूनिवर्सिटी से पीएचडी की थी और नेपाल की आर्मी से मिलिट्री की ट्रेनिंग भी ली थी. 1 जून 2001 को नेपाल के राजमहल में डिनर के दौरान दीपेंद्र नें गुस्से में आकर राजा बीरेंद्र, महारानी एश्वर्य, राजकुमार निरंजन, राजकुमारी श्रुति की हत्या की थी.
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